क्या छत्तीसगढ़ में नौकरी के नाम पर ठगी के मामले में पूर्व कांग्रेस नेता गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- नौकरी के नाम पर ठगी एक गंभीर समस्या है।
- पुलिस ने पूर्व कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है।
- सीआरपीएफ आरक्षक की तलाश जारी है।
- संभवतः इस ठगी के पीछे एक संगठित गिरोह हो सकता है।
सूरजपुर, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर थाना क्षेत्र में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी का मामला उजागर हुआ है। पुलिस ने इस मामले में एक पूर्व कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है, जबकि सीआरपीएफ के एक आरक्षक की तलाश जारी है।
जानकारी के अनुसार, वन रक्षक और हॉस्टल अधीक्षक की नियुक्ति के लिए पीड़ित से आठ लाख रुपए की ठगी की गई। यह राशि कई किश्तों में ली गई थी। इस मामले में एक सीआरपीएफ आरक्षक का भी नाम आया है, जिसने पीड़ित को पूर्व कांग्रेस नेता से मिलवाया था।
पूर्व कांग्रेस नेता बलरामपुर जिले के राजपुर का निवासी है, जबकि सीआरपीएफ आरक्षक सूरजपुर के बिश्रामपुर क्षेत्र का है और फिलहाल जम्मू में तैनात है। इसी आरक्षक ने पीड़ित को यह आश्वासन दिया था कि पूर्व नेता के माध्यम से सरकारी नौकरी मिल सकती है।
भरोसा कर पीड़ित ने आठ लाख रुपए दिए, लेकिन नियुक्ति न होने और पैसे वापस न मिलने पर उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। बिश्रामपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और पूर्व कांग्रेस नेता को हिरासत में लिया।
पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी लोगों के ठगे जाने की संभावना है। जांच में कई नए नाम सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस सीआरपीएफ आरक्षक की तलाश कर रही है, जो इस मामले का एक महत्वपूर्ण कड़ी माना जा रहा है।
संभवतः इस ठगी के पीछे कोई संगठित गिरोह सक्रिय है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके। आरोपी से पूछताछ जारी है और जल्द ही और जानकारी सामने आ सकती है।