क्या चीन के 34 प्रकृति रिजर्व विश्व जैवमंडल रिजर्व बन गए हैं?

सारांश
Key Takeaways
- यूनेस्को द्वारा मान्यता प्राप्त 34 प्रकृति रिजर्व का महत्व।
- जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण।
- प्राकृतिक संसाधनों का सतत उपयोग।
- स्थानीय समुदायों का विकास।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा।
बीजिंग, 17 सितम्बर (राष्ट्र प्रेस)। वर्तमान में चीन में यूनेस्को द्वारा विश्व बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में मान्यता प्राप्त 34 प्रकृति रिजर्व हैं, जो एशिया में पहले स्थान पर हैं। ये रिजर्व जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण, प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग, संरक्षित क्षेत्रों और आसपास के समुदायों के बीच साझा विकास के अत्याधुनिक अन्वेषण तथा अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के संदर्भ में चीन के सबसे सक्रिय प्रकृति रिजर्व बने हुए हैं।
चीनी राज्य परिषद के सूचना कार्यालय ने 16 सितम्बर को आयोजित न्यूज ब्रीफिंग में पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण के लिए वैज्ञानिक और तकनीकी सहायता तथा बायोस्फीयर रिजर्व पर पांचवें विश्व सम्मेलन का परिचय दिया।
मानव और जैवमंडल कार्यक्रम (एमएबी) यूनेस्को द्वारा 1971 में स्थापित किया गया था। यह यूनेस्को के सबसे लंबे समय से चल रहे प्रमुख अंतर-सरकारी वैज्ञानिक कार्यक्रमों में से एक है। 1973 में जब से चीन ने इस कार्यक्रम में भाग लेना शुरू किया, तब से उसने मानव और जैवमंडल कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए विश्व का सबसे बड़ा राष्ट्रीय नेटवर्क विकसित किया है।
चीन ने 1993 में मानव और जैवमंडल कार्यक्रम के अंतर्राष्ट्रीय विनिमय मंच का पूर्ण उपयोग करने के लिए “चीन बायोस्फीयर रिजर्व नेटवर्क” की स्थापना की। अगस्त 2025 तक, चीन में 214 प्रकृति भंडार (34 विश्व बायोस्फीयर रिजर्व सहित) को “चीन बायोस्फीयर रिजर्व नेटवर्क” में शामिल होने की मंजूरी दी गई है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)