क्या चीन ने पूर्व फिलीपीनी सीनेटर फ्रांसिस टोलेन्टिनो पर प्रतिबंध लगाकर सही कदम उठाया?

सारांश
Key Takeaways
- चीन ने टोलेन्टिनो पर प्रतिबंध लगाया।
- यह निर्णय चीन के हितों की रक्षा के लिए है।
- फिलीपींस में चीन विरोधी गतिविधियों का प्रभाव।
- चीन-फिलीपींस संबंध तनाव में।
- राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा के लिए चीन का संकल्प।
बीजिंग, 1 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पूर्व फिलीपीनी सीनेटर फ्रांसिस टोलेन्टिनो पर प्रतिबंध लगाने की जानकारी दी।
चीनी प्रवक्ता ने बताया कि हाल के कुछ समय में, फिलीपींस में कुछ चीन विरोधी राजनेताओं ने स्वार्थी हितों के चलते चीन से संबंधित मुद्दों पर दुर्भावनापूर्ण टिप्पणियां और कार्यवाही की हैं, जिससे चीन के हितों को नुकसान पहुंचा है और चीन-फिलीपींस संबंधों में कमजोरी आई है।
चीनी सरकार राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा और विकास के हितों की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित है। इसलिए, चीन ने उन पूर्व फिलीपीनी सीनेटर टोलेंटिनो पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है, जिन्होंने चीन से संबंधित मुद्दों पर गलत व्यवहार किया है, और उन्हें चीन की मुख्य भूमि, हांगकांग और मकाऊ में प्रवेश से वंचित किया जाएगा।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)