क्या बिहार में ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रहे हैं चिराग पासवान?

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए की एकजुटता और विकास के एजेंडे पर जोर दिया गया है।
- चुनाव प्रचार को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।
- महागठबंधन की स्थिति अस्थिर है।
- पीएम ने बिहार को प्राथमिकता दी है।
- 2026 तक नक्सल मुक्त भारत का लक्ष्य है।
पटना, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने यह दावा किया है कि बिहार में एनडीए ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ रहा है।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने एनडीए की एकजुटता का उल्लेख किया। उनका कहना है कि एनडीए गठबंधन की ताकत इसकी एकता और सहयोग में निहित है। हम मिलकर गठबंधन को मजबूत कर रहे हैं और एक ऐतिहासिक जीत की ओर अग्रसर हैं। हमारा लक्ष्य एक ऐसा विकसित बिहार बनाना है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के सपने में सबसे विकसित राज्य के रूप में उभरे। पीएम ने बिहार को प्राथमिकता देते हुए 11 बार यहाँ का दौरा किया है।
उन्होंने कहा कि अमित शाह के साथ हुई बैठक में हमने चर्चा की कि चुनाव प्रचार को और मजबूत कैसे किया जाए ताकि हर सीट पर जीत सुनिश्चित हो सके।
चिराग पासवान ने विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां सिर फुटव्वल की स्थिति है। महागठबंधन में एक-दूसरे के प्रत्याशियों के खिलाफ नामांकन हो रहे हैं, जबकि एनडीए में पूरी एकजुटता है। हमारे सभी 243 उम्मीदवारों के नामांकन स्वीकृत हो चुके हैं और इस संबंध में कोई भ्रम नहीं है। हमने अपने सभी पांच सहयोगी दलों का सम्मान करते हुए सुचारू रूप से बातचीत पूरी की है।
उन्होंने बताया कि एनडीए बिहार में विकास के एजेंडे को लेकर जनता के बीच जा रही है, जिससे बिहार का भविष्य उज्ज्वल होगा।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अमित शाह ने स्पष्ट किया है कि 2026 तक भारत को नक्सल मुक्त करना अत्यंत आवश्यक है। विकसित भारत के साथ-साथ नक्सल मुक्त भारत का लक्ष्य भी हमारी प्राथमिकता है। यह लक्ष्य 2026 तक पूरी तरह हासिल किया जाएगा। केंद्र सरकार की नीतियों और अमित शाह के नेतृत्व में नक्सलवाद पर कड़ा प्रहार किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम स्पष्ट हो रहे हैं।