क्या चिराग ने डोमिसाइल नीति का स्वागत किया? स्थानीय युवाओं को मिलेगी प्राथमिकता

सारांश
Key Takeaways
- डोमिसाइल नीति से स्थानीय युवाओं को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता मिलेगी।
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस नीति का ऐलान किया है।
- यह एक सकारात्मक कदम है जो बिहार के विकास में सहायक होगा।
- केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस निर्णय का स्वागत किया है।
- शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है।
पटना, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, जिसके चलते राजनीतिक दलों ने अपनी गतिविधियाँ तेज कर दी हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षक भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जिसकी सराहना केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने की।
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए सरकार द्वारा डोमिसाइल नीति लागू करना एक ऐतिहासिक कदम है। मैं और मेरी पार्टी इस निर्णय का समर्थन करते हैं, क्योंकि इससे बिहार में सरकारी नौकरियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय बिहार के बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरियों से जोड़ने की दिशा में सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह एक लंबे समय से हमारी मांग थी, जिसे अब शिक्षा क्षेत्र में लागू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले लिखा था, "नवंबर 2005 में सरकार बनने के बाद से हम शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत हैं।" उन्होंने शिक्षकों के नियुक्ति में बिहार के निवासियों को प्राथमिकता देने के लिए नियमों में आवश्यक संशोधन करने का निर्देश दिया।
उन्होंने आगे कहा, "वर्ष 2025 में टीआरई-4 और वर्ष 2026 में टीआरई-5 का आयोजन किया जाएगा।"