सीआईएसएफ ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद वीरों को क्यों किया याद, परिवारों का हुआ सम्मान?

Click to start listening
सीआईएसएफ ने राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीद वीरों को क्यों किया याद, परिवारों का हुआ सम्मान?

सारांश

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस समारोह में शहीदों के परिवारों का सम्मान किया गया और उनकी वीरता की कहानियों को साझा किया गया। यह आयोजन न केवल शहीदों की याद को ताजा करता है, बल्कि उनके परिवारों को भी संबल प्रदान करता है।

Key Takeaways

  • सीआईएसएफ ने 127 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
  • राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों के साहस का सम्मान किया गया।
  • शहीदों के परिवारों को विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
  • समारोह में शहीदों की वीरता की कहानियाँ साझा की गईं।
  • स्मृति सप्ताह में कई अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पुलिस स्मृति दिवस के स्मृति सप्ताह के अंतर्गत, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने अपने 127 शहीद जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। गुरुवार को राष्ट्रीय पुलिस स्मारक (एनपीएम), चाणक्यपुरी में आयोजित एक भव्य स्मृति समारोह में शहीदों के साहस, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा को नमन किया गया।

यह आयोजन 21 अक्टूबर को मनाए जाने वाले पुलिस स्मृति दिवस के बाद चल रहे स्मृति सप्ताह का हिस्सा था, जिसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 21 अक्टूबर को एनपीएम पर पुष्प अर्पित करने के बाद सीआईएसएफ का यह समारोह शहीदों की स्मृति को और मजबूत करने वाला साबित हुआ।

समारोह की शुरुआत सुबह हुई, जब एडीजी (एपीएस) बिनीता ठाकुर ने वरिष्ठ सीआईएसएफ अधिकारियों और कर्मियों के साथ केंद्रीय मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की। शहीदों के परिवारों ने शौर्य दीवार का दौरा किया, जहां स्वतंत्रता के बाद शहीद हुए 36,684 पुलिसकर्मियों के नाम अंकित हैं। इसके बाद पुलिस संग्रहालय में शहीदों की वीरता पर आधारित विशेष सीआईएसएफ डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शित की गई, जो उनकी कहानियों को जीवंत करती है।

इसमें पांच शहीदों के परिवारों, हेड कांस्टेबल/जीडी बी. बी. मांझी (ओडिशा), सीटी कांस्टेबल/जीडी पोटुपुरेड्डी अप्पन्ना (आंध्र प्रदेश), एएसआई/एक्सई राजेंद्र प्रसाद (राजस्थान), हेड कांस्टेबल/जीडी अखिलेश्वर पी. यादव (बिहार), हेड कांस्टेबल/जीडी एस. डी. पाटिल (महाराष्ट्र), को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। एक भावपूर्ण सम्मान समारोह में वरिष्ठ अधिकारियों ने परिवारों का स्वागत किया और शहीदों के बलिदान के लिए आभार व्यक्त किया। शहीद के परिवार वालों ने कहा कि यह सम्मान उनके प्रियजनों की स्मृति को अमर रखता है।

दोपहर में सीआईएसएफ मुख्यालय में महानिदेशक प्रवीर रंजन ने स्मृति समारोह की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा, "हमारे शहीदों का बलिदान राष्ट्र की सुरक्षा की नींव है। सीआईएसएफ कर्तव्य और बलिदान के प्रति अटूट प्रतिबद्ध रहेंगे।" इस दौरान परिवारों को सम्मानित किया गया और शहीदों की वीर गाथाओं पर चर्चा हुई। दिन के समापन पर ओपन-एयर फिल्म स्क्रीनिंग, रिट्रीट समारोह और सीआईएसएफ बैंड की प्रस्तुति ने माहौल को गंभीर लेकिन प्रेरणादायक बना दिया।

दिल्ली-एनसीआर की सीआईएसएफ इकाइयों के वरिष्ठ अधिकारी, कार्मिक और लगभग 200 परिवार सदस्यों ने भाग लिया। स्मृति सप्ताह के अन्य कार्यक्रमों में मोटरसाइकिल रैली, रन फॉर मार्टर्स, रक्तदान शिविर और बच्चों के लिए निबंध-पेंटिंग प्रतियोगिताएं शामिल हैं, जो शहीदों की सेवाओं को उजागर करती हैं।

Point of View

बल्कि शहीदों के परिवारों को भी संबल प्रदान किया। यह दर्शाता है कि राष्ट्र अपने नायकों को कभी नहीं भूलता।
NationPress
28/10/2025

Frequently Asked Questions

पुलिस स्मृति दिवस कब मनाया जाता है?
पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष 21 अक्टूबर को मनाया जाता है।
सीआईएसएफ ने कितने शहीदों को श्रद्धांजलि दी?
सीआईएसएफ ने अपने 127 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
समारोह में किन-किन परिवारों को आमंत्रित किया गया?
समारोह में विभिन्न राज्यों के पांच शहीदों के परिवारों को आमंत्रित किया गया।
इस स्मृति समारोह का उद्देश्य क्या था?
इसका उद्देश्य शहीदों के बलिदान को याद करना और उनके परिवारों का सम्मान करना था।
स्मृति सप्ताह में अन्य कार्यक्रम कौन से थे?
स्मृति सप्ताह में मोटरसाइकिल रैली, रक्तदान शिविर और बच्चों के लिए निबंध-पेंटिंग प्रतियोगिताएं शामिल थीं।