क्या सीएम नायडू ने विशाखापट्टनम में होने वाले सीआईआई पार्टनरशिप समिट की तैयारियों की समीक्षा की?

सारांश
Key Takeaways
- सीआईआई पार्टनरशिप समिट 2025 की तैयारी की समीक्षा की गई।
- समिट का उद्देश्य आंध्र प्रदेश को वैश्विक व्यापार का केंद्र बनाना है।
- मुख्यमंत्री ने प्रभावी तैयारी के लिए सभी विभागों को एकजुट होकर काम करने का निर्देश दिया।
- समिट का अनुभव सभी प्रतिभागियों के लिए यादगार होना चाहिए।
अमरावती, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में सीआईआई (भारतीय उद्योग परिसंघ) पार्टनरशिप समिट 2025 की तैयारियों की गहन समीक्षा की। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक सम्मेलन 14 और 15 नवंबर को विशाखापत्तनम में आयोजित किया जाएगा।
इस समिट का मुख्य उद्देश्य आंध्र प्रदेश को भारत की आर्थिक और तकनीकी प्रगति का प्रमुख केंद्र बनाना है।
समिट का थीम 'प्रौद्योगिकी, विश्वास और व्यापार: भू-आर्थिक व्यवस्था को दिशा देना' रखा गया है, जिसका अर्थ है – तकनीक, विश्वास और व्यापार के माध्यम से वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में मार्ग प्रशस्त करना। यह सम्मेलन एक ऐसे समय में आयोजित हो रहा है जब दुनियाभर में अनिश्चितता व्याप्त है, और इस समिट के जरिए रणनीतिक साझेदारियों को सुदृढ़ करने, नवाचार को प्रोत्साहित करने और समावेशी विकास की दिशा में ठोस कदम उठाने का प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि यह समिट भारत की ताकत और वैश्विक नेतृत्व की क्षमता को प्रदर्शित करने का एक अद्वितीय मंच होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समिट को ऐसा ढांचा प्रदान किया जाए, जो विचार, रणनीति और कार्य की एक साझा भूमि बने। यह केवल चर्चा का मंच न होकर भारतीय उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत और सभी प्रतिभागियों के लिए ठोस परिणाम देने वाला कार्यक्रम होना चाहिए।
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि समिट को एकल आयोजन तक सीमित नहीं रखते हुए, इसे वर्षभर चलने वाले बिजनेस और इनोवेशन इवेंट्स की निरंतर श्रृंखला का हिस्सा बनाया जाए। इसके तहत आंध्र प्रदेश को वैश्विक निवेश और विचार नेतृत्व का स्थायी केंद्र बनने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे समिट की तैयारी में किसी प्रकार की कमी न रखें और सभी विभाग एकजुट होकर इसे सफल बनाने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने कहा कि समिट का अनुभव सभी प्रतिभागियों के लिए प्रभावशाली और यादगार होना चाहिए।
इस समीक्षा बैठक में मंत्री नारा लोकेश, पी नारायण, मुख्य सचिव के विजयनंद और सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी भी उपस्थित रहे। बैठक में समिट से जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे कि लॉजिस्टिक्स, अतिथि प्रबंधन, सुरक्षा और विषयवस्तु पर विस्तृत चर्चा की गई।