क्या सीएम नीतीश ने कानून व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए?

सारांश
Key Takeaways
- कानून व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
- अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- पुलिस और प्रशासन को पूरी मुस्तैदी से कार्य करना होगा।
- घटनाओं की तहकीकात की जाएगी।
- राजद ने सरकार को घेरते हुए उठाए सवाल।
पटना, ५ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की राजधानी पटना में व्यवसायी और उद्योगपति गोपाल खेमका की अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या की घटना के बाद सरकार ने कानून व्यवस्था को लेकर तत्परता दिखाई है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पुलिस महानिदेशक एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अपराध नियंत्रण में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए। लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। इस बैठक में पुलिस महानिदेशक ने मुख्यमंत्री को अपराध नियंत्रण के लिए की जा रही कार्यों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के संबंध में पुलिस महानिदेशक से विस्तृत जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि इस घटना के कारणों की पूरी तहकीकात की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। यदि इस आपराधिक घटना के पीछे किसी प्रकार की साजिश है, तो उसकी भी जांच की जाए।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि कानून व्यवस्था सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी अपराधी हो, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने अनुसंधान कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि दोषियों पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
वहीं, बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने इस घटना को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि हर महीने बिहार में सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि यह जंगलराज नहीं है?
राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर गोपाल खेमका की हत्या को लेकर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए लिखा, "थाना से चंद कदम दूर पटना में बिहार के बड़े व्यापारी की गोली मारकर हत्या!"