क्या तकनीक रोजगार छीनती है या नए अवसर पैदा करती है? - मुख्यमंत्री योगी

सारांश
Key Takeaways
- तकनीक रोजगार के नए अवसर पैदा करती है।
- एआई विभिन्न क्षेत्रों में बदलाव ला सकता है।
- उत्तर प्रदेश की जीडीपी 36 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का लक्ष्य है।
- गाजियाबाद अब शिक्षा और उद्योग का केंद्र है।
- युवाओं को समर्थ यूपी पोर्टल पर सुझाव देने के लिए प्रेरित किया गया।
गाजियाबाद, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गाजियाबाद में आयोजित "विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश" कार्यक्रम में युवाओं से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और उभरती तकनीकों को अपनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर उन्होंने पूर्व सांसद रमेश चंद्र तोमर द्वारा लिखित पुस्तक ‘भारतवर्ष की स्वर्णाभा नरेन्द्र मोदी’ का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरे स्थान पर पहुंचने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश ने बीमारू राज्य की पहचान को पीछे छोड़ते हुए देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का दर्जा प्राप्त किया है। वर्ष 2016-17 में प्रदेश की जीडीपी 12.75 लाख करोड़ रुपये थी, जिसे वित्तीय वर्ष 2025-26 तक 36 लाख करोड़ रुपये तक ले जाने का लक्ष्य है।
सीएम योगी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि तकनीक रोजगार छीनती नहीं है, बल्कि रोजगार के नए अवसर पैदा करती है। जिस तरह कंप्यूटर और डिजिटल क्रांति ने नई संभावनाएं दी, उसी तरह एआई भी कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने कहा कि यदि किसान तकनीक अपनाएं, तो उनकी उत्पादकता तीन गुना तक बढ़ सकती है।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर की पुरानी छवि पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले गाजियाबाद की पहचान "गंदगी और गैंगस्टर" से होती थी और अफवाहों के जरिए गौतमबुद्ध नगर को "लूट का अड्डा" बना दिया गया था। लेकिन आज गाजियाबाद शिक्षा और उद्योग का केंद्र बन चुका है।
उन्होंने उल्लेख किया कि लोग उन्हें डराने के लिए कहते थे कि नोएडा, बिजनौर या आगरा के सर्किट हाउस में कोई मुख्यमंत्री नहीं ठहर सकता, लेकिन वे खुद वहां रात में रुके और जनता ने उन्हें दोबारा आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने युवाओं से समर्थ यूपी पोर्टल पर अपने सुझाव देने की अपील की।
उन्होंने घोषणा की कि हर जिले से तीन श्रेष्ठ सुझावों को जनपद स्तर पर और पांच श्रेष्ठ सुझावों को प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के ‘पंच प्रण’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीयों को गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलकर अपनी भारतीयता पर गर्व करना चाहिए। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक, महापौर, भाजपा पदाधिकारी, संत समाज, प्रबुद्धजन और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के विकास कार्यों से जुड़े स्टॉलों का निरीक्षण किया और "विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश" के संकल्प को दोहराया।