क्या भाजपा ने कांग्रेस पर मोदी-ट्रंप बातचीत को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा ने कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
- जयराम रमेश के दावों पर अमित मालवीय का तीखा पलटवार।
- मोदी-ट्रंप की बातचीत पर आधिकारिक बयान की कमी।
- कांग्रेस की विदेश नीति पर सवाल उठाए गए।
- भारत की वैश्विक स्थिति पर प्रधानमंत्री मोदी का जोर।
नई दिल्ली, 18 जून (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई फोन बातचीत को लेकर झूठ फैलाने का कार्य कर रही है। यह हमला कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश द्वारा किए गए उस दावे के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत सरकार और अमेरिका के बयानों में अंतर है।
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने रमेश के दावों को झूठा करार दिया और कहा कि कांग्रेस नेता जनवरी 2025 के पुराने बयान का उल्लेख कर रहे हैं। मालवीय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "जयराम रमेश राहुल गांधी की तरह झूठे हैं।"
उन्होंने कहा, "अब वे एक और झूठ फैला रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि विदेश सचिव विक्रम मिस्री का बयान अमेरिकी बयान से मेल नहीं खाता, जबकि नाटकीय ढंग से वे अपना फोन इधर-उधर लहरा रहे हैं।"
उन्होंने यह भी कहा कि मोदी-ट्रंप की हालिया बातचीत पर अमेरिका का कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है और कांग्रेस तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर भारत की विदेश नीति को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
मालवीय ने आगे कहा, "कांग्रेस और उसकी ट्रोल सेना यह पचा नहीं पा रही कि प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप से स्पष्ट कहा कि भारत को किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की जरूरत नहीं है और न ही भारत इसे स्वीकार करता है।"
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के साथ तनाव कम करने की बात डीजीएमओ के जरिए हुई और यह पाकिस्तान के अनुरोध पर था। कांग्रेस को भारत की दृढ़ और सैद्धांतिक विदेश नीति को अपनी छोटी-मोटी कहानियों के लिए बदनाम करना बंद करना चाहिए।"
कांग्रेस पर हमला करते हुए अमित मालवीय ने कहा, "कांग्रेस के शासन में भारत को एक कमजोर, तीसरी दुनिया का देश माना जाता था। आज भारत वैश्विक व्यवस्था में एक चमकता सितारा और उभरती शक्ति है। कोई भी झूठ इस सच्चाई को कम नहीं कर सकता।"
यहां गौर करने वाली बात है कि विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने वीडियो संदेश के जरिए प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की 35 मिनट की फोन बातचीत के महत्वपूर्ण विवरण दिए, जिसके कुछ मिनट बाद ही जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री की आलोचना की और मांग की है कि इसी तरह की जानकारी के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए।
उन्होंने मोदी सरकार की पहलगाम हमले के बाद 37 दिनों की 'चुप्पी' की भी आलोचना की और मांग की है कि विपक्षी दलों को भी भारत के कूटनीतिक प्रयासों और पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रुख की जानकारी दी जाए।
रमेश ने यह भी कहा कि हाल ही में अमेरिकी सेंट्रल कमांड प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद विरोध में "विशेष और शानदार साझेदार" बताया और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर, जिन्होंने भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ा, को डोनाल्ड ट्रंप ने निजी लंच के लिए आमंत्रित किया।