क्या चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट की डिजिटल कॉपी और वीडियो फुटेज की मांग पुरानी है?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस ने वोटर लिस्ट की डिजिटल कॉपी मांगी है।
- वीडियो फुटेज की मांग चुनावी पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए है।
- राहुल गांधी चुनाव आयोग के सामने डिबेट में भाग नहीं ले पाए हैं।
- महाराष्ट्र के चुनावों में धांधली के आरोप उठाए जा रहे हैं।
- चुनाव आयोग को जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।
नई दिल्ली, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर से वोटर्स लिस्ट का मुद्दा उठाया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को एक पत्र भेजा है, जिसमें 2024 के लोकसभा चुनाव और उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनावों का डाटा मांगा गया है। इसके साथ ही, दोनों राज्यों में चुनाव के दिन की वीडियो फुटेज भी मांगी गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "एक्स" पर लिखा, "यह एक पुरानी मांग है जिसे चुनाव आयोग के लिए पूरा करना आसान होना चाहिए।" उन्होंने चुनाव आयोग से अनुरोध किया कि यह सामग्री एक हफ्ते के भीतर उपलब्ध कराई जाए।
कांग्रेस और पार्टी के नेता राहुल गांधी लगातार महाराष्ट्र के चुनावों में धांधली के आरोप लगाते रहे हैं। इन आरोपों के संदर्भ में चुनाव आयोग ने 12 जून को राहुल गांधी को पत्र लिखा था और डिबेट के लिए आमंत्रित किया था।
13 दिन बीत जाने के बाद भी राहुल गांधी अभी डिबेट के लिए चुनाव आयोग के सामने नहीं गए हैं। हालांकि, कांग्रेस ने वोटर्स लिस्ट की डिजिटल कॉपी की मांग की है। कांग्रेस ने इस संबंध में एक कमेटी बनाए जाने की जानकारी भी चुनाव आयोग को दी है।
पत्र में कहा गया है, "दिसंबर 2024 से कई पत्रों, प्रेस कॉन्फ्रेंसों और संसद में भाषणों के जरिए हमने महाराष्ट्र 2024 विधानसभा चुनावों में अचानक और भारी संख्या में मतदाताओं के बढ़ने को लेकर गंभीर चिंता जताई है। चुनाव आयोग के अपने आंकड़ों से स्पष्ट है कि 2024 लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के बीच जो नए मतदाता जोड़े गए, उनकी संख्या पिछले 5 सालों में जोड़े गए कुल मतदाताओं से कहीं अधिक है।"
कांग्रेस ने लिखा, "इस विषय की पूरी तरह से जांच के लिए कोई भी तर्कसंगत व्यक्ति सहमत होगा कि सबसे पहला कदम 2024 लोकसभा चुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की अंतिम मतदाता सूचियों की तुलना करना होगा। यही बात कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी सात महीनों से कर रहे हैं और मतदाता सूचियों की डिजिटल, मशीन-रीडेबल कॉपी की मांग कर रहे हैं, ताकि तुलनात्मक जांच हो सके।"
कांग्रेस ने पत्र में कहा है, "हम अनुरोध करते हैं कि महाराष्ट्र और हरियाणा के मतदान दिन की वीडियो फुटेज के साथ महाराष्ट्र की मतदाता सूचियों की मशीन-रीडेबल डिजिटल कॉपी इस लेटर की तारीख से एक हफ्ते के भीतर हमें उपलब्ध कराएं।