क्या देश के मुसलमानों के पिछड़े रहने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है? : गुलाम अली खटाना

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस के नीतियों के चलते मुसलमानों का पिछड़ना एक गंभीर विषय है।
- लद्दाख में विकास की गति तेज हो रही है।
- भाजपा ने शोषण की राजनीति नहीं की है।
- राहुल गांधी के बयानों पर विचार करने की आवश्यकता है।
- मुसलमानों के लिए सुधार लाने की दिशा में भाजपा सक्रिय है।
जम्मू, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लद्दाख में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन और भाजपा कार्यालय में आगजनी की घटना के लिए भाजपा के राज्यसभा सदस्य गुलाम अली खटाना ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि यह हिंसा कांग्रेस की देन है।
भाजपा सांसद गुलाम अली खटाना ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा, "लद्दाख के लोग शांत स्वभाव के हैं। पिछले ७० वर्षों में वहां के लोगों का शोषण हुआ है। कांग्रेस की सरकार में लद्दाख के लोगों के साथ भेदभाव किया गया। लद्दाख के लोगों को कश्मीर से और कश्मीर के लोगों को जम्मू से लड़ाने की कोशिश की गई है।"
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह लद्दाख पर खुद नजर बनाए हुए हैं। भाजपा सरकार शोषण नहीं करती है, बल्कि उनकी मांगों को पूरा करती है। लद्दाख की जो मांग थी, उसे हमने पूरा किया है। गुलाम अली खटाना ने कहा कि वहां के लोगों को भड़काकर हिंसा कराई गई है।
केंद्र सरकार लगातार लद्दाख का विकास कर रही है। कई मामलों में लद्दाख नंबर वन पर पहुंच गया है। वहां के लोगों को कोई परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है। बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है।
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हाइड्रोजन बम वाले बयान पर उन्होंने कहा कि हमको ही पता है राहुल गांधी के पास कोई बम नहीं है। विपक्ष के नेताओं को संसद की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। संसद में किस तरह कार्यवाही चलनी चाहिए, उस पर ध्यान देना चाहिए और रचनात्मक नीतियों को आगे बढ़ाना चाहिए।
बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को पुरस्कार दिए जाने पर खटाना ने कहा कि ७० साल से अगर देश के मुसलमान पिछड़े रहे हैं, तो इसकी जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी है। अगर मुस्लिमों को आतंकवादियों से जोड़ा गया, तो यह काम भी कांग्रेस पार्टी ने किया है। कांग्रेस पार्टी ने केवल तुष्टिकरण की राजनीति की है।
उन्होंने कहा कि मुसलमान भी देश के नागरिक हैं। प्रधानमंत्री मोदी मुसलमानों के लिए बड़े-बड़े सुधार लाए हैं। हम मुस्लिम समुदाय के साथ कोई भेदभाव नहीं करते।