क्या कांग्रेस क्षेत्रीय पार्टियों की पिछलग्गू बन गई है? मंत्री दयाशंकर सिंह का दावा

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई है।
- महिला रोजगार योजना महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
- कांग्रेस को अपनी पहचान पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।
- दयाशंकर सिंह के बयानों का चुनावी प्रभाव हो सकता है।
- प्रियंका गांधी ने योजना की समयावधि पर सवाल उठाए हैं।
पटना, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बीच शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस की जो स्थिति है, वह किसी से छिपी नहीं है।
कांग्रेस अपनी हालात के लिए स्वयं जिम्मेदार है, क्योंकि लंबे समय तक सत्ता में रहने के बावजूद उसने लोगों के लिए कोई ठोस कार्य नहीं किया।
दयाशंकर सिंह ने पटना में राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि जिस पार्टी ने देश पर सबसे लंबे समय तक शासन किया, आज उसकी स्थिति यह है कि उसे बिहार में राजद के पीछे चलना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब क्षेत्रीय पार्टियों की पिछलग्गू बनकर रह गई है। हालांकि इससे भी उन्हें कोई फायदा नहीं होने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी की ओर से शुक्रवार को मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत पर 75 लाख महिलाओं ने पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार का आभार व्यक्त किया है, लेकिन कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने योजना के शुरू होने की समयावधि पर सवाल उठाए। इस पर यूपी सरकार के मंत्री ने कहा कि उनके बयान देने से कुछ नहीं होता है।
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
'आई लव मुहम्मद' विवाद पर दयाशंकर सिंह ने स्पष्ट किया कि सभी धर्मों के लोग अपने गुरुओं का सम्मान करने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन इसके बहाने कानून को हाथ में लेने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा घोषित मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि वे चुनाव से ठीक पहले क्यों जागे हैं? पिछले 20 साल से कौन सरकार में रहा है? उन्होंने पिछले 20 वर्षों में महिलाओं के लिए क्या किया है? उन्होंने अभी इस राशि की घोषणा की है, लेकिन क्या वे इसे हर महीने देंगे? वे इसे किसे देंगे? क्या उन्होंने कुछ कहा है या यह केवल महिला मतदाताओं को वोट देने के लिए पैसे का लालच दिया है?