क्या कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं को बंधुआ मजदूर समझ लिया है? : मंत्री विश्वास सारंग

सारांश
Key Takeaways
- विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के प्रति सम्मान का अभाव।
- केंद्र सरकार का आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस रुख।
- लव जिहाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने की आवश्यकता।
- गांधी परिवार का थरूर के विदेश जाने पर असंतोष।
भोपाल, 26 जून (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने गुरुवार को कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने हमेशा से अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को बंधुआ मजदूर मान रखा है। यह नीति नेहरू के दौर से चली आ रही है।
विश्वास सारंग ने कहा कि यदि शशि थरूर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश गए और भारत के पक्ष में अपनी बात रखी, तो इससे गांधी परिवार को परेशानी हो रही है। यह परिवार इस देश में पाकिस्तान की बातें करना चाहता है। इस परिवार ने केवल इस देश को तोड़ने का कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि हमने देखा है कि जब चुनाव में नामांकन पत्र दाखिल हो रहे थे, तो खड़गे जी बाहर बैठे थे और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी कुर्सी पर बैठे हुए थे। मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस की गुलामी की मानसिकता के कारण आज वहां हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से उनके साथ लगातार भेदभाव किया जा रहा है।
विश्वास सारंग ने कहा कि शशि थरूर एक सांसद होने के नाते सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए और विदेश गए। कांग्रेस को उनकी सराहना करनी चाहिए। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गांधी परिवार को उनका विदेश जाना पसंद नहीं आ रहा है।
उन्होंने आतंकवाद पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के मामले में केंद्र सरकार का रुख स्पष्ट है। हम आतंकवाद के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करेंगे। आतंकवाद को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी इस देश के प्रधानमंत्री बने हैं, तब से भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है। आतंकवाद को समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार ने संकल्प लिया है।
इसके अलावा, उन्होंने लव जिहाद के बारे में भी सरकार का रुख स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की धरती पर लव जिहाद को स्वीकार नहीं किया जा सकता। इस पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार ने धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम, 2021 बनाया है। हाल ही में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पुलिस प्रशासन की तरफ से दिशा-निर्देश जारी किए गए थे।
उन्होंने कहा कि कोई हमारी बहन-बेटियों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास करेगा, तो हम इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं।