क्या प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ रैली में लगाए गए नारों को कांग्रेस नेताओं ने गलत ठहराया?
सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस नेताओं ने मोदी के खिलाफ नारों को गलत बताया।
- इमरान मसूद ने नारों की जानकारी होने से इंकार किया।
- तारिक अनवर ने नारों को पार्टी का नारा नहीं माना।
- मसूद अख्तर ने गलत नारों की निंदा की।
- कांग्रेस हमेशा जनता की आवाज उठाने के लिए तत्पर है।
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस पार्टी के कई नेता दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित रैली के दौरान पार्टी समर्थकों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ उठाए गए आपत्तिजनक नारों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उन्हें इन नारों की जानकारी नहीं है, लेकिन यदि ये आपत्तिजनक हैं, तो यह गलत है।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ उठाए गए नारों के बारे में जानकारी होने से इंकार किया। उन्होंने कहा, "मुझे नारों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।"
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने भी कहा, "मेरे ख्याल से ये पार्टी का नारा नहीं है।" हालांकि, उन्होंने नारा लगाने वालों को 'बेचारा' बताते हुए कहा, "ये तो बेचारे कार्यकर्ता हैं, जिन्हें समझदारी नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा कि पार्टी का नारा बहुत स्पष्ट है, 'वोट चोर गद्दी छोड़।'
दिल्ली रैली में उपस्थित सहारनपुर देहात सीट के पूर्व विधायक मसूद अख्तर ने कहा, "ऐसे नारों को मैं गलत मानता हूं। अगर किसी ने ऐसा नारा लगाया है तो उसे नहीं लगाना चाहिए। लोकतंत्र में आवाज उठाने का हमारा अधिकार है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से जनता की आवाज उठाने के लिए तत्पर रही है और इसे जारी रखेगी। बिहार में भी आपने देखा कि किस प्रकार उनकी पोल खोली गई है, 67 लाख वोट काटे गए हैं, लेकिन चुनाव आयोग अभी तक यह नहीं बता पाया है कि ये किस आधार पर काटे गए।