क्या कांग्रेस ने सनातन धर्म को नष्ट करने का काम किया?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा ने मंदिरों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- कांग्रेस पर मंदिर तोड़ने के आरोप लगे हैं।
- राजस्थान सरकार ने 400 से अधिक मंदिरों के विकास की घोषणा की है।
- कुमावत का कहना है कि सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने का कार्य भाजपा कर रही है।
- गौशालाओं का निरीक्षण किया जा रहा है।
जोधपुर, 12 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान सरकार के मंत्री जोराराम कुमावत ने जोधपुर प्रवास के दौरान नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के मंदिर को तोड़े जाने के बयान पर जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने कभी भी मंदिर तोड़ने की कार्रवाई नहीं की। भाजपा का कार्य मंदिरों का निर्माण करना है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण 500 साल के इंतजार के बाद हुआ। हमारी सरकार ने पूरे देश में अनेक मंदिरों का निर्माण किया है, जैसे केदारनाथ, बद्रीनाथ, सोमनाथ, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर और काशी विश्वनाथ।
कुमावत ने आगे कहा कि राजस्थान के बजट में सीएम भजनलाल शर्मा ने 400 से अधिक मंदिरों के विकास की घोषणा की है। भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है, जो सनातन संस्कृति को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास करती है। कांग्रेस का इतिहास उधड़ने पर यह स्पष्ट हो जाएगा कि कई जगहों पर उन्होंने मंदिरों को तोड़ने का कार्य किया है। कांग्रेस ने हमेशा से सनातन संस्कृति को नष्ट करने का प्रयास किया है। हम जहां भी मौका पाएंगे, सनातन संस्कृति को मजबूत करने के लिए काम करेंगे।
जैसलमेर में छतरियों को तोड़ने के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम सनातनी हैं और मानव कल्याण की बात करते हैं। हम पत्थरों को भी पूजते हैं और उन्हें भगवान मानते हैं। हम जीव-जंतु के कल्याण की बात करते हैं, इसलिए तोड़ने का नहीं, जोड़ने का कार्य करते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने डेढ़ साल में कई घोषणाएं की हैं। देवस्थान विभाग के पुजारियों को 5,000 से बढ़ाकर 7,500 रुपए दिए जा रहे हैं। पूजा-पाठ के लिए विशेष बजट की घोषणा की गई है। सावन के महीने में भी पिछली बार की तरह शिव मंदिरों में अभिषेक करवाए जा रहे हैं।
इसके अलावा, गौशालाओं के निरीक्षण के लिए एक समिति का गठन किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर अनुदान जारी किया जाएगा। एक साल पहले जैसलमेर में शिकायत आई थी, तो हमने वहां का निरीक्षण किया और कई गौशालाओं को ब्लैक लिस्ट किया।