क्या कांग्रेस भगवान श्रीराम और विकसित भारत के खिलाफ है? सांसद आदित्य साहू

Click to start listening
क्या कांग्रेस भगवान श्रीराम और विकसित भारत के खिलाफ है? सांसद आदित्य साहू

सारांश

भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश इकाई ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह भगवान श्रीराम और विकसित भारत के खिलाफ है। सांसद आदित्य साहू के बयान ने राजनीतिक हलचल को बढ़ा दिया है। क्या कांग्रेस वास्तव में विकास और राम के सिद्धांतों के खिलाफ है? जानें इस रिपोर्ट में।

Key Takeaways

  • कांग्रेस पर भाजपा का तीखा आरोप।
  • रामराज्य की अवधारणा से जुड़ी नई योजनाएं।
  • गरीबों के लिए नौकरी और सम्मान की दिशा में कदम।
  • घोटालों पर रोक के लिए नए उपाय।
  • किसानों के लिए लाभकारी योजनाएं

रांची, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी की झारखंड प्रदेश इकाई ने कांग्रेस पर तीखा आरोप लगाते हुए इसे भगवान श्रीराम और विकसित भारत की अवधारणा के खिलाफ करार दिया है।

प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष एवं सांसद आदित्य साहू ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि कांग्रेस पार्टी को घुसपैठियों से प्रेम है, लेकिन देश की जनता और उसके विकास से कोई सरोकार नहीं है।

आदित्य साहू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने शासनकाल में सैकड़ों योजनाओं के नाम केवल एक ही परिवार के नाम पर रखे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तुष्टीकरण की राजनीति के तहत झारखंड निर्माता अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से संचालित क्लीनिक का नाम तक बदल दिया गया।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यही मानसिकता उसे आज भी विकसित भारत के संकल्प से दूर रखती है। मोदी सरकार की “जी राम जी योजना” पर कांग्रेस की बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए साहू ने कहा कि यह कांग्रेस की बौखलाहट का परिचायक है।

उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य गरीबों को रोजगार, सम्मान और गरिमा प्रदान करना है तथा विकसित भारत–2047 के राष्ट्रीय विजन के अनुरूप ग्रामीण विकास का नया ढांचा तैयार करना है।

उन्होंने इसे महात्मा गांधी की भावनाओं के अनुसार रामराज्य की अवधारणा से जोड़ा।

मनरेगा को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक इस योजना में 11.74 लाख करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, लेकिन इसका बड़ा हिस्सा घोटालों और बिचौलियों में चला गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि मशीनों से काम कराए जाने के कारण गरीबों को वास्तविक लाभ नहीं मिला। नई योजना में रियल-टाइम डेटा, जीपीएस-आधारित निगरानी और पारदर्शी व्यवस्था से घोटालों पर रोक लगेगी।

आदित्य साहू ने कहा कि नई रोजगार योजना किसानों के लिए भी लाभकारी है। फसल बुआई और कटाई के समय मजदूरों की कमी न हो, इसके लिए 60 दिनों तक योजना को स्थगित रखने का प्रावधान किया गया है। साथ ही साप्ताहिक भुगतान, रोजगार न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता और केंद्र-राज्य के बीच 60:40 के खर्च अनुपात की व्यवस्था की गई है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि कांग्रेस और भाजपा के बीच यह विवाद केवल राजनीतिक प्रतिस्पर्धा का हिस्सा है। देश की विकास की दिशा में दोनों पार्टियों के दृष्टिकोण में भिन्नता है, लेकिन यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि जनता की भलाई सर्वोपरि हो।
NationPress
23/12/2025

Frequently Asked Questions

कांग्रेस ने किस तरह की योजनाओं को नामित किया है?
कांग्रेस ने अपने शासनकाल के दौरान सैकड़ों योजनाओं के नाम एक ही परिवार के नाम पर रखे हैं।
मोदी सरकार की 'जी राम जी योजना' का उद्देश्य क्या है?
इस योजना का उद्देश्य गरीबों को रोजगार, सम्मान और गरिमा प्रदान करना है।
मनरेगा के तहत अब तक कितना खर्च हुआ है?
सरकारी आंकड़ों के अनुसार मनरेगा में अब तक 11.74 लाख करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं।
Nation Press