कांग्रेस का सवाल, 'क्या सबरीमाला स्वर्ण चोरी मामले का सुभाष कपूर कोई है?'
सारांश
Key Takeaways
- सबरीमाला स्वर्ण चोरी मामले में कांग्रेस ने गंभीर सवाल उठाए हैं।
- सुभाष कपूर का नाम इस मामले में महत्वपूर्ण है।
- जांच में कई अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है।
- राज्य सरकार पर राजनीतिक संरक्षण देने के आरोप हैं।
- कांग्रेस ने बड़े विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।
तिरुवनंतपुरम, 11 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। सबरीमाला स्वर्ण चोरी मामले में अदालत ने एक नाम का उल्लेख किया है। इसी संदर्भ में कांग्रेस ने प्रदेश सरकार से कुछ सवाल उठाए हैं। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष और विधायक पी.सी. विष्णुनाथ ने मंगलवार को पूछा कि स्वर्ण चोरी मामले का सुभाष कपूर कौन है?
विष्णुनाथ ने कहा, "केरल हाई कोर्ट ने सबरीमाला स्वर्ण चोरी और कुख्यात मूर्ति तस्कर सुभाष कपूर की हेराफेरी के बीच समानताएँ बताई हैं। इसलिए यह जानना आवश्यक है कि सबरीमाला का सुभाष कपूर कौन है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि जांच का दायरा सीमित है। अब तक यह केवल कुछ अधिकारियों तक ही पहुंची है, जबकि देवास्वोम बोर्ड के अध्यक्ष के. जयकुमार, इसके सदस्यों और मंत्री वी.एन. वासवन से जुड़ा बड़ा संगठित नेटवर्क अभी भी अछूता है।
इत्तेफाक से, विष्णुनाथ की मीडिया ब्रीफिंग खत्म होने के तुरंत बाद यह खबर आई कि सबरीमाला सोने की चोरी की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पूर्व देवास्वोम बोर्ड कमिश्नर और अध्यक्ष एन. वासु को गिरफ्तार कर लिया है।
विष्णुनाथ के अनुसार, हाई कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट रूप से कहा है कि यह पूरी हेराफेरी देवास्वोम बोर्ड और मंत्री वासवन की मिलीभगत का परिणाम है।
उन्होंने तिरुवाभरणम कमिश्नर के.एस. बैजू के 3 सितंबर, 2024 को देवास्वोम सचिव के. जयकुमार को भेजे गए एक पत्र का उल्लेख किया, जिसमें 'द्वारपालक' मूर्तियों को पहुंचे नुकसान के बारे में बताया गया था और तत्काल मरम्मत का अनुरोध किया गया था।
विष्णुनाथ ने आरोप लगाया, "उस समय का देवास्वोम बोर्ड और मंत्री सीधे तौर पर सोने की चोरी में शामिल थे।"
कांग्रेस का आरोप है कि पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार राजनीतिक कनेक्शन वाले लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है। पार्टी ने बुधवार को राज्य सचिवालय के सामने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है, जिसमें सभी आरोपियों की गिरफ्तारी और मौजूदा देवास्वोम मंत्री वासवन के इस्तीफे की मांग की जा रही है।
बताया जा रहा है कि विरोध प्रदर्शन में एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, केपीसीसी अध्यक्ष सन्नी जोसेफ, विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन, एआईसीसी नेता दीपा दास मुंशी, रमेश चेन्निथला, कोडिकुन्निल सुरेश और यूडीएफ संयोजक अडूर प्रकाश शामिल होंगे।