क्या कांग्रेस की रिव्यू मीटिंग में बिहार चुनाव की हार पर चर्चा होगी?
सारांश
Key Takeaways
- रिव्यू मीटिंग का महत्व
- हार के कारणों की समीक्षा
- नेताओं की जिम्मेदारी
- धर्मनिरपेक्षता का पालन
- भविष्य की रणनीति पर निर्णय
नई दिल्ली, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भयानक हार के बाद, पार्टी द्वारा आयोजित की गई रिव्यू मीटिंग पर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने कहा कि यह बैठक अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस बैठक के माध्यम से पार्टी के भविष्य की दिशा निर्धारित की जाएगी।
मनोज कुमार ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि हमने इस चुनाव में हार का सामना किया है और आज इसी विषय पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक बिहार और हमारी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं के लिए कई दृष्टिकोण से आवश्यक है। बिहार में कांग्रेस से जुड़े हर व्यक्ति की नजर इस पर है।
उन्होंने बताया कि चुनाव हारने के पीछे केवल एक या दो कारण नहीं हैं, बल्कि सैकड़ों मुद्दे हो सकते हैं। सभी पहलुओं पर आज चर्चा की जाएगी। उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल इस समीक्षा बैठक में उपस्थित रहेंगे और वहीं से भविष्य की रणनीति पर निर्णय किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह मान लेना चाहिए कि कुछ गलतियाँ हुई हैं, जिससे पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने स्पष्ट किया कि निर्णय लेने का अधिकार हमारे पास नहीं है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ही इस विषय पर निर्णय लेंगे। हम मज़दूरों के बच्चे हैं। हमारे माता-पिता मंत्री नहीं थे। गलतियों को मानना चाहिए और सही चीजों को भी स्वीकार करना चाहिए, लेकिन कार्यकर्ताओं की इज्जत पर कोई संदेह नहीं करना चाहिए।
इसके साथ ही, ट्रेनों में केवल हलाल मीट परोसे जाने को लेकर एनएचआरसी द्वारा रेलवे को भेजे गए नोटिस पर भी मनोज कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ट्रेन, स्कूल और कॉलेज जैसे सार्वजनिक स्थानों को धर्म और जाति से ऊपर रखना चाहिए। उन्होंने कहा, "कौन कह रहा है कि ट्रेनों में केवल हलाल मीट परोसा जाता है? हलाल मीट को मुस्लिम समुदाय से और झटका मीट को हिंदू समाज से जोड़ा जा रहा है।"
मनोज कुमार ने यह भी कहा कि ट्रेनों को धर्म और मजहब की राजनीति से दूर रखना चाहिए।