क्या 1500 से अधिक टिकट दावेदारों ने कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष दावेदारी पेश की?

सारांश
Key Takeaways
- कांग्रेस ने 1500 से अधिक दावेदारों की स्क्रीनिंग शुरू की।
- इस प्रक्रिया में कई वर्तमान और पूर्व नेता शामिल हैं।
- स्क्रीनिंग कमेटी का उद्देश्य उचित प्रत्याशियों का चयन करना है।
- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- यह लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है।
पटना, 13 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपनी-अपनी रणनीतियों के तहत आगे बढ़ रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस ने टिकट के दावेदारों की परख शुरू कर दी है।
बिहार कांग्रेस प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में बुधवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी द्वारा गठित स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष बिहार के 19 जिलों से लगभग 1500 टिकट दावेदारों ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की।
बैठक में अध्यक्ष अजय माकन, राज्यसभा सदस्य इमरान प्रतापगढ़ी, सांसद परिणीति शिंदे एवं कुणाल चौधरी के सामने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से आए प्रबल दावेदारों ने टिकट की दावेदारी प्रस्तुत की। इस दौरान ऑनलाइन टिकट की दावेदारी प्रस्तुत कर चुके अभ्यर्थियों ने भी आज पार्टी कार्यालय में उपस्थित होकर ऑफलाइन तरीके से अपना दावा प्रस्तुत किया।
इस क्रम में कई वर्तमान विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक और बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नेताओं ने विधानसभा चुनाव के लिए अपने-अपने क्षेत्रों से टिकट की मांग रखी। इस अवसर पर अजय माकन ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सभी लोगों को राहुल गांधी का संदेश भी दिया गया।
यह लोकतंत्र पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कांग्रेस ने प्रदेश की विधानसभा सीटों पर उचित प्रत्याशियों के चयन हेतु स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है। यह कमिटी लगातार दो दिनों तक बिहार प्रदेश के विधानसभा क्षेत्र के टिकट दावेदारों का स्क्रीनिंग करेगी। गुरुवार को शेष 19 जिलों के दावेदारों का स्क्रीनिंग किया जाएगा।