क्या उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में मिला वयस्क नर हाथी का शव प्राकृतिक मौत है?

Click to start listening
क्या उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में मिला वयस्क नर हाथी का शव प्राकृतिक मौत है?

सारांश

उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में गश्त के दौरान एक वयस्क नर हाथी का शव मिला। प्रारंभिक जांच के अनुसार इसे प्राकृतिक मौत मानकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई है। क्या यह घटना वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती है?

Key Takeaways

  • हाथी का शव कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पाया गया है।
  • प्रारंभिक जांच में मौत प्राकृतिक कारणों से होने की बात सामने आई है।
  • पोस्टमार्टम की प्रक्रिया वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में चल रही है।
  • हाथी के शव में कोई हिंसक गतिविधि का संकेत नहीं मिला है।
  • वन विभाग मामले की हर पहलू से जांच कर रहा है।

नैनीताल, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कालागढ़ रेंज की कालागढ़ दक्षिणी बीट, धारा ब्लॉक के कंपार्टमेंट संख्या 4 और 5 में गश्त के दौरान वन विभाग की टीम को एक वयस्क नर हाथी का शव मिला है। यह शव नूनगढ़ सहायक नाले के पास झाड़ियों में पाया गया।

प्रारंभिक जांच में शव 5 से 7 दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। हाथी के दोनों दांत सुरक्षित पाए गए हैं, जिससे शिकार की आशंका को प्राथमिक तौर पर खारिज किया गया है। वन विभाग ने प्रथम दृष्टा हाथी की मौत का कारण प्राकृतिक माना है।

घटना की जानकारी मिलते ही वनकर्मियों ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू की गई।

कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. साकेत बडोला ने बताया कि देर शाम नियमित गश्त के दौरान वनकर्मियों ने नूनगढ़ सहायक नाले के पास शव देखा। हाथी के सभी अंग सुरक्षित हैं और प्रारंभिक जांच में किसी हिंसक गतिविधि या शिकार के कोई संकेत नहीं मिले हैं। प्रथम दृष्टा मौत प्राकृतिक कारणों से हुई प्रतीत होती है।

डॉ. बडोला ने बताया कि वन विभाग के प्रोटोकॉल के अनुसार शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। इसके लिए वरिष्ठ वन अधिकारियों की निगरानी में अनुभवी पशु चिकित्सकों की एक टीम गठित की गई है, जो पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को अंजाम दे रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सटीक कारणों की पुष्टि हो सकेगी।

उल्लेखनीय है कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में हाथियों की संख्या अच्छी मानी जाती है और यहां की निगरानी व्यवस्था को भी मजबूत माना जाता है। इस घटना में वन्यजीव की मृत्यु स्वाभाविक लग रही है, लेकिन वन विभाग कोई भी ढिलाई बरतना नहीं चाहता, इसलिए मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है।

डॉ. बडोला ने कहा, "हम मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं। यदि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई संदेहास्पद तथ्य सामने आता है तो उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।"

Point of View

यह घटना वन्यजीवों की प्राकृतिक मृत्यु और उनकी संरक्षण नीतियों पर भी प्रश्न चिह्न खड़ा करती है। हमें हर पहलू का ध्यान रखने की आवश्यकता है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

हाथी का शव किस स्थान पर मिला?
हाथी का शव उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के कालागढ़ दक्षिणी बीट में मिला।
हाथी की मौत का कारण क्या बताया गया है?
प्रारंभिक जांच के अनुसार हाथी की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई है।
क्या हाथी के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा?
हाँ, शव का पोस्टमार्टम वन विभाग के प्रोटोकॉल के अनुसार करवाया जाएगा।
क्या शिकार की संभावना है?
हाथी के दोनों दांत सुरक्षित पाए गए हैं, जिससे शिकार की आशंका को खारिज किया गया है।
इस घटना के बाद वन विभाग की क्या प्रतिक्रिया है?
वन विभाग ने मामले की जाँच हर पहलू से करने का आश्वासन दिया है।