क्या आईआरसीटीसी होटल घोटाले में लालू परिवार के खिलाफ 5 अगस्त को आएगा कोर्ट का फैसला?

सारांश
Key Takeaways
- लालू यादव और परिवार के खिलाफ आईआरसीटीसी होटल घोटाले का मामला
- 5 अगस्त को कोर्ट में फैसला सुनाया जाएगा
- सीबीआई द्वारा आरोपों की जांच की जा रही है
- न्यायालय की प्रक्रिया की निष्पक्षता महत्वपूर्ण है
- लालू परिवार का आरोपों से इनकार
नई दिल्ली, 23 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। आईआरसीटीसी होटल घोटाले से संबंधित मामले में लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ कोर्ट का फैसला अब 5 अगस्त तक टल गया है। यह मामला दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में चल रहा है, जिसमें सीबीआई द्वारा आरोप तय करने पर निर्णय लिया जाना था।
यह मामला आईआरसीटीसी के दो होटलों के रखरखाव के टेंडर में कथित गड़बड़ी से जुड़ा है। आरोपियों में लालू प्रसाद यादव के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव भी शामिल हैं। कोर्ट का आदेश तय करेगा कि इस घोटाले के मामले में लालू परिवार के खिलाफ मुकदमा चलेगा या नहीं। 5 अगस्त
आरोप है कि जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे (2004 से 2009 तक), तब आईआरसीटीसी के दो होटलों का रखरखाव एक फर्म को सौंपने में भ्रष्टाचार हुआ। ये होटल बीएनआर रांची और बीएनआर पुरी थे। रखरखाव का ठेका विजय और विनय कोचर की फर्म सुजाता होटल को मिला।
इस मामले में कुल 14 आरोपी हैं। लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं।
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने जुलाई 2017 में लालू प्रसाद यादव के खिलाफ इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई का दावा है कि टेंडर के बदले में लालू प्रसाद यादव को एक बेनामी कंपनी के जरिए तीन एकड़ की प्रमुख भूमि मिली। सीबीआई ने इस मामले में कई स्थानों पर छापेमारी भी की थी।
हालांकि, लालू परिवार ने सीबीआई के आरोपों को खारिज किया है। उनकी ओर से कोर्ट में दलील दी गई है कि सीबीआई के पास इस केस में मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं। 5 अगस्त को राउज एवेन्यू कोर्ट के आदेश से स्पष्ट होगा कि लालू परिवार पर मुकदमा चलेगा या नहीं।