क्या सीपी राधाकृष्णन ने शपथ ग्रहण के बाद राज्यसभा के सभापति का कार्यभार संभाला?

सारांश
Key Takeaways
- सीपी राधाकृष्णन ने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली।
- राष्ट्रपति भवन में समारोह आयोजित किया गया।
- राज्यसभा के सभापति का कार्यभार ग्रहण किया।
- महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।
- संसद भवन में पौधा लगाया।
नई दिल्ली, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सीपी राधाकृष्णन ने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। यह समारोह राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया, जहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके उपरांत, सीपी राधाकृष्णन ने राज्यसभा के सभापति का कार्यभार ग्रहण किया।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने शुक्रवार को औपचारिक रूप से राज्यसभा के सभापति का पदभार ग्रहण किया और इस मौके पर तस्वीरें भी साझा कीं।
इससे पहले, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की और राष्ट्रपिता के सत्य एवं अहिंसा के शाश्वत आदर्शों का सम्मान किया। इसके साथ ही, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी श्रद्धांजलि अर्पित की।
राधाकृष्णन ने दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय के स्मारक पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद, उन्होंने किसान घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को श्रद्धांजलि दी।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने संसद भवन स्थित प्रेरणा स्थल पर महान विभूतियों को भी पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने संसद भवन परिसर में एक पौधा भी लगाया और देश की समृद्ध विरासत एवं एक सतत भविष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति के रूप में सीपी राधाकृष्णन ने जगदीप धनखड़ की जगह ली, जिन्होंने 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अचानक से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था। उपराष्ट्रपति चुने जाने से पूर्व, राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद पर कार्यरत थे।
सीपी राधाकृष्णन के शपथ ग्रहण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी मौजूद रहे।