क्या तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान 'मोंथा' से मौसम प्रभावित है?
सारांश
Key Takeaways
- चक्रवाती तूफान 'मोंथा' का असर तमिलनाडु के कई जिलों में है।
- लोगों को घर में रहने की सलाह दी गई है।
- रेलवे ने कई ट्रेन सेवाओं में बदलाव किया है।
- सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यात्रियों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।
- मौसम विभाग लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है।
चेन्नई, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ के प्रभाव से तमिलनाडु के विभिन्न जिलों में मौसम के बिगड़ने की आशंका है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले तीन घंटों में चेंगलपट्टू, चेन्नई, कांचीपुरम, कन्याकुमारी, रानीपेट, तेनकासी, तिरुवल्लुर, थूथुकुडी, तिरुनेलवेली, तिरुप्पूर, तिरुवन्नामलाई, वेल्लोर, विलुप्पुरम और विरुदुनगर जिलों के कुछ क्षेत्रों में हल्की आंधी, बिजली चमकने के साथ मध्यम बारिश होने की संभावना है।
लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों में रहें, और केवल जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलें। खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे न खड़े हों, क्योंकि बिजली गिरने का खतरा बढ़ जाता है। सड़कों पर जलभराव हो सकता है, जिससे ट्रैफिक जाम हो सकता है। किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए।
इस तूफान के कारण रेलवे ने भी एहतियात बरती है। विशेष रूप से, ट्रेन नंबर 18189 टाटानगर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस, जो आज सुबह 5 बजे टाटानगर से रवाना हुई थी, को डायवर्ट कर दिया गया है। अब यह ट्रेन टिटलागढ़, लखोली, रायपुर, दुर्ग, गोंदिया, नागभीड़, बल्हारशाह, बेल्लमपल्ली, रामागुंडम, वारंगल, खम्मम और विजयवाड़ा होकर चलेगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, मूल रूट पर तूफान का असर अधिक होने की संभावना है, इसलिए वैकल्पिक रास्ते से ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इससे यात्रा में कुछ देरी हो सकती है, लेकिन सुरक्षा पहले आती है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे स्टेशन पर पहुंचकर या हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी प्राप्त करें। अन्य ट्रेन सेवाओं में भी बदलाव किया गया है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
मौसम विभाग लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है। यदि तूफान और तेज हुआ, तो अन्य जिलों में अलर्ट जारी किया जा सकता है। स्थानीय प्रशासन ने राहत टीमों को तैयार रखा है।
यात्रियों और आम लोगों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। बारिश के दौरान बिजली के उपकरणों से दूर रहें और आपातकाल में 1077 या 112 पर कॉल करें।