क्या कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार दिल्ली पहुंचे हैं और 'वोट चोरी' विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे?
सारांश
Key Takeaways
- डीके शिवकुमार दिल्ली में 'वोट चोरी' के विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं।
- मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी इसमें शामिल होंगे।
- अल्पसंख्यक वोटरों के नाम हटाने का आरोप लगाया गया है।
- एक स्पेशल ट्रेन कर्नाटक से दिल्ली जाने के लिए कैंसिल की गई।
- हाई कमान नेतृत्व की खींचतान को सुलझाने का प्रयास कर सकता है।
बेंगलुरु, १३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार शनिवार, १४ दिसंबर को रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले 'वोट चोरी' विरोध-प्रदर्शन में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं।
इस विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी रविवार को दिल्ली पहुंचेंगे।
'वोट चोरी' के संदर्भ में बात करते हुए शिवकुमार ने यह आरोप लगाया कि पूरे देश में अल्पसंख्यक वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए गए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन उन्होंने हमारे सवालों का उत्तर नहीं दिया। इसके बजाय, वे हमसे जानकारी देने के लिए कह रहे हैं। सूचना के अधिकार कानून (आरटीआई) के तहत जानकारी नहीं दी जा रही है। मैंने भी जानकारी मांगी थी, लेकिन वह नहीं दी गई।
दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन के बाद सोनिया गांधी से मिलने के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मेरी एक समस्या है। दिल्ली पुलिस ने मुझसे नेशनल हेराल्ड मामले में डोनेशन के बारे में जानकारी देने को कहा है। मैंने अपने वकील से मुझसे मिलने के लिए कहा है। मैं दिल्ली पुलिस के सामने पेश होने से पहले कानूनी सलाह लूंगा और दूसरों से भी चर्चा करूंगा। जब मैं इस बारे में निर्णय करूंगा, तो मीडिया को सूचित कर दूंगा।
उन्होंने आगे कहा कि क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) के अधिकारियों ने डेटा मांगने के लिए १८ चिट्ठियां लिखीं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। शिवकुमार ने आरोप लगाया कि अब रिपोर्ट सामने आ गई है। यह समस्या केवल कर्नाटक तक सीमित नहीं है; बल्कि यह बिहार, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में भी देखने को मिली है।
उन्होंने यह भी कहा कि बेंगलुरु से पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल्ली लाने वाली एक स्पेशल ट्रेन को अंतिम समय पर रद्द कर दिया गया।
पार्टी के सूत्रों के अनुसार, कर्नाटक में हाल की घटनाओं को लेकर चिंतित हाई कमान दोनों नेताओं के बीच नेतृत्व की खींचतान को अनौपचारिक रूप से सुलझाने का प्रयास कर सकता है। बिहार विधानसभा चुनावों में हार के बाद, हाई कमान नहीं चाहता कि अंदरूनी कलह सरकार के लिए खतरा बने।
विरोध-प्रदर्शन में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया रविवार शाम को कर्नाटक लौटेंगे, जबकि डिप्टी सीएम शिवकुमार वहीं रुकेंगे और सोमवार शाम (१५ दिसंबर) को बेंगलुरु लौटेंगे। दोनों नेताओं ने कहा है कि वे राष्ट्रीय नेताओं से मिल रहे हैं, हालांकि विशेष रूप से नेतृत्व के मुद्दे पर नहीं।