क्या महाराष्ट्र में पार्किंग विवाद ने लिया हिंसक मोड़?
सारांश
Key Takeaways
- पार्किंग विवाद के कारण हिंसा का बढ़ता हुआ मामला।
- सात आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज।
- पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच।
- सामाजिक सुरक्षा पर सवाल उठता है।
- हिंसा की प्रवृत्ति पर चिंतन की आवश्यकता।
दौंड, 4 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र के पुणे जिले की दौंड तालुका के भीमनगर क्षेत्र में पार्किंग के मुद्दे पर हुआ एक साधारण विवाद अचानक हिंसक हो गया। इस घटना में सात लोगों ने मिलकर एक परिवार पर हमला किया, उनके घर में घुसकर तोड़फोड़ की, गालियाँ दी और जान से मारने की धमकी दी। इस मामले में शिकायत मिलने के बाद दौंड पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
भीमनगर के निवासी राजेंद्र धोंडीराम जाधव (51) ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। उनकी शिकायत के अनुसार, जब वे कम्युनिटी सेंटर के पास वोट देने जा रहे थे, तभी सूर्यकांत गेनबा सोनवणे ने उन्हें बिना किसी कारण थप्पड़ मारा। जाधव के मुताबिक, इसके बाद विवाद यहीं नहीं रुका। उसी दिन दोपहर करीब 2 बजे आरोपियों का एक समूह उनके घर पहुंचा और परिवार पर हमला कर दिया।
इस मामले में सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों में सूर्यकांत गेनबा सोनवणे, सुनील गेनबा सोनवणे, अमित सुनील सोनवणे, सुजीत सुनील सोनवणे, संकेत उर्फ सोन्या सूर्यकांत सोनवणे, रिंकू सूर्यकांत सोनवणे और सुनीता सूर्यकांत सोनवणे शामिल हैं। ये सभी आरोपी भीमनगर के निवासी बताये जा रहे हैं।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इन सातों ने मिलकर शिकायतकर्ता, उनकी बेटी, भाई और भतीजी के साथ मारपीट की, उन्हें धमकाया और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। आरोपियों ने शिकायतकर्ता के कंपाउंड गेट को तोड़कर घर के अंदर घुस गए, घर में मौजूद सामान को नुकसान पहुंचाया और घर के सामने खड़ी मोटरसाइकिल को गिरा दिया। इतना ही नहीं, पत्थर और ईंट फेंककर भी संपत्ति को नुकसान पहुँचाया गया।
दौंड पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 189(2), 190, 191(2), 115(2), 125, 352, 351(2), 324(4), 333 के तहत गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। इस मामले की जांच पो. हवा. घाडगे को सौंपी गई है।