क्या देहरादून में आपदा से हालात बिगड़ गए हैं? सीएम धामी का बयान

सारांश
Key Takeaways
- देहरादून में बादल फटने से बाढ़ आई।
- मुख्यमंत्री ने राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया।
- जिला प्रशासन और पुलिस राहत कार्यों में जुटे हैं।
- लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
- दो लोग लापता हैं, उनकी तलाश जारी है।
देहरादून, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में हाल ही में बादल फटने के कारण गंभीर तबाही मची है। इस प्राकृतिक आपदा के चलते कारलीगाढ़ नदी में बाढ़ आई है, जिससे कई दुकानों और संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ है। इस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सहस्रधारा क्षेत्र में इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
सीएम धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "देहरादून के सहस्त्रधारा में देर रात हुई अतिवृष्टि के कारण कुछ दुकानों को नुकसान की दुखद जानकारी प्राप्त हुई है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं। मैं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति की निगरानी कर रहा हूं। ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।"
उत्तराखंड पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें बादल फटने के बाद आई भारी तबाही का दृश्य दिखाया गया है।
पुलिस ने वीडियो साझा करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने लिखा, "देहरादून जिले के सहस्त्रधारा क्षेत्र में तेज बारिश के कारण अत्यधिक पानी से मालदेवता में 100 मीटर सड़क बह गई। उत्तराखंड पुलिस प्रभावित क्षेत्रों पर नज़र रख रही है और लोगों से अनुरोध है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।"
जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य आपातकालीन टीमें घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्यों में कार्यरत हैं। दो व्यक्तियों के लापता होने की खबर है और उनकी तलाश के लिए अभियान जारी है।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, नदी के किनारे स्थित दर्जनों दुकानें या तो पूर्णतः नष्ट हो गईं या बह गईं। इसके अतिरिक्त, बाढ़ के पानी के तेज बहाव के कारण दो होटल भी ध्वस्त हो गए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट सविन बंसल के नेतृत्व में प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को हाई अलर्ट पर रखा है और घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) प्रोटोकॉल के तहत राहत कार्य तेजी से चल रहा है।