क्या दिल्ली विस्फोट में आंतकी संगठन का हाथ है?: सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर विजय सागर
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली धमाका ने सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है।
- आतंकवादियों का संभावित हाथ हो सकता है।
- सुरक्षा एजेंसियां सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही हैं।
- प्रधानमंत्री ने आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
- जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ चल रही कार्रवाई जारी रहेगी।
जम्मू, ११ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के धमाके के बाद पूरे देश में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। हर राज्य में चेकिंग और तलाशी अभियानों की शुरुआत की गई है। रक्षा विशेषज्ञ और सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर विजय सागर ने बताया कि यह आतंकी हमला हो सकता है।
विजय सागर ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "एक या एक से अधिक विस्फोट हो सकते हैं, जिसके लिए हर जगह सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं। हो सकता है कि कुछ अपराधी सफल हो गए हों, लेकिन अधिकांश को पकड़ लिया गया है। जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, भारत की लाल रेखाएं स्पष्ट रूप से खींची गई हैं। कोई भी आतंकवादी कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार है। किसी भी कार्रवाई का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया जाएगा और अधिकतम प्रभाव प्राप्त करने के लिए उसे क्रियान्वित किया जाएगा।"
उन्होंने कहा कि यह घटना बहुत दुखद और कायराना है, इसके पीछे पाकिस्तान और आतंकवादियों का हाथ हो सकता है। शुरुआत में सीएनजी ब्लास्ट की बात सामने आई थी, लेकिन जिस तरह का वीडियो सामने आ रहा है, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि यह सीएनजी ब्लास्ट नहीं हो सकता है। इस विस्फोट के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
विजय सागर ने कहा कि सुरक्षा एजेंसी घटनास्थल के पास की सीसीटीवी फुटेज से जांच कर रही है। लाल किले का क्षेत्र संवेदनशील होता है, उसके पास इस तरह की घटना होना सुरक्षा की चूक भी मानी जा सकती है। सीसीटीवी फुटेज के बाद कई लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। शुरुआती जांच में घटना की वजह पता लगाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से अभी ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, तो अब इसकी तैयारी करनी है कि इस हादसे का कैसे और क्या जवाब देना होगा। अगर जांच में आतंकी संगठन का नाम आया तो उनके कैंप का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई करनी होगी। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद जिस तरह से आतंकवादी संगठनों को खत्म किया जा रहा है, यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।