क्या दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने 'विकसित भारत के रंग, कला के संग' प्रतियोगिता में कलाकारों को सराहा?

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क्या दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने 'विकसित भारत के रंग, कला के संग' प्रतियोगिता में कलाकारों को सराहा?

सारांश

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 'विकसित भारत के रंग, कला के संग' प्रतियोगिता में योगदान देने वाले कलाकारों की सराहना की। यह कार्यक्रम देशभर में सेवा पर्व 2025 के तहत आयोजित किया गया है, जो संस्कृति और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है। जानिए इस अनोखे उत्सव की खास बातें।

Key Takeaways

  • सेवा पर्व 2025 का आयोजन किया गया है।
  • 30-35 हजार कलाकारों ने प्रतियोगिता में भाग लिया।
  • 10 किलोमीटर लंबे कैनवास पर रंगीन चित्रण किया गया।
  • कार्यक्रम का उद्देश्य कला और संस्कृति को बढ़ावा देना है।
  • दिल्ली सरकार संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है।

नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को 'विकसित भारत के रंग, कला के संग' प्रतियोगिता को संबोधित करते हुए कलाकारों की प्रशंसा की। संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम के अंतर्गत सेवा पर्व 2025 का उत्सव पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।

17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलने वाले इस पर्व में सेवा, रचनात्मकता और सांस्कृतिक गौरव को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण से प्रेरित है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "भारत के रंग कला के संग प्रतियोगिता में भाग लेकर आप सभी कलाकारों ने नए भारत की तस्वीर रंगों के माध्यम से प्रस्तुत की है। मुझे गर्व है कि देशभर में 75 स्थानों पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। सेवा पर्व के नाम से दिल्ली और पूरे देश में आनंद का उत्सव मनाया जा रहा है।"

उन्होंने एनडीएमसी (नई दिल्ली नगर निगम) में कुलजीत चहल के नेतृत्व में हुए आयोजन का विशेष उल्लेख किया, जिसमें लगभग 30-35 हजार कलाकारों ने भाग लिया। इस दौरान 10 किलोमीटर लंबे कैनवास पर 'विकसित भारत' की थीम पर रंगीन चित्रण किया गया, जो भारत की प्रगति, संस्कृति और भविष्य की झलक प्रस्तुत करते हैं।

सीएम रेखा गुप्ता ने आगे कहा, "विकसित भारत आपके नव रंगों से रंगकर विश्व में अपना नाम कमाएगा और भारत का सम्मान एवं स्वाभिमान स्थापित करेगा।" उन्होंने कलाकारों को प्रोत्साहित करते हुए बताया कि यह कार्यक्रम न केवल कला को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि समुदायों को एकजुट कर सेवा भावना को जागृत कर रहा है।

सेवा पर्व के अंतर्गत देश के विभिन्न हिस्सों में कला कार्यशालाएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम और डिजिटल भागीदारी को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा करते हुए लिखा, "राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय द्वारा आयोजित सेवा पर्व कार्यक्रम-पेंटिंग कार्यशाला एवं प्रतियोगिता में सम्मिलित हुई। सभी प्रतिभागियों और विजेताओं को हार्दिक बधाई। आपकी कलाकृतियों में रंगों की छटा, कल्पनाशीलता और संस्कृति की आत्मा है। विकसित भारत के लिए हर कलाकार ने अपने कैनवास पर अपना सपना, अपना विजन साकार किया है।"

उन्होंने लिखा, "दिल्ली सरकार संस्कृति, कला और धरोहर के संरक्षण एवं उसे नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। हम इस दिशा में निष्ठा और समर्पण के साथ निरंतर कार्य कर रहे हैं। पीएम मोदी के 75वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस भव्य सेवा पर्व कार्यक्रम के लिए राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय को साधुवाद।"

Point of View

बल्कि यह समाज में एकता और सेवा भावना को जगाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यक्रम कला और संस्कृति के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान करता है, जो राष्ट्र की प्रगति के लिए आवश्यक है।
NationPress
28/09/2025

Frequently Asked Questions

सेवा पर्व क्या है?
सेवा पर्व एक राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम है, जो संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया है, जिसका उद्देश्य सेवा, रचनात्मकता और सांस्कृतिक गौरव को बढ़ावा देना है।
विकसित भारत के रंग, कला के संग प्रतियोगिता में कौन भाग ले सकता है?
इस प्रतियोगिता में सभी कलाकार भाग ले सकते हैं, जिन्होंने अपनी कला के माध्यम से भारत के विकास की तस्वीर प्रस्तुत की है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य क्या है?
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कला के माध्यम से समाज की सेवा भावना को जागृत करना और समुदायों को एकजुट करना है।
इस प्रतियोगिता में कितने कलाकारों ने भाग लिया?
इस प्रतियोगिता में लगभग 30-35 हजार कलाकारों ने हिस्सा लिया।
सेवा पर्व कब से कब तक चलेगा?
सेवा पर्व 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा।