क्या दिल्ली नगर निगम आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान करने जा रहा है? : विजय गोयल

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली नगर निगम जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा।
- आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान करने के लिए एक सेंट्रल हेल्पलाइन की आवश्यकता है।
- रेबीज जैसी बीमारी का खतरा कुत्तों के काटने से है।
- आवारा कुत्तों की संख्या दिल्ली में 12 लाख से अधिक है।
- सामाजिक सहयोग से आवारा कुत्तों की समस्या का समाधान संभव है।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने जानकारी दी है कि अब आवारा कुत्तों के हमले और काटने की शिकायतें दिल्ली नगर निगम की एक हेल्पलाइन नंबर पर दर्ज की जा सकेंगी।
उन्होंने बताया कि आवारा कुत्तों की समस्या पर मेयर राजा इकबाल सिंह, स्टैंडिंग कमेटी की चेयरपर्सन सत्या शर्मा और कमिश्नर अश्वनी कुमार के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें यह तय किया गया कि अलग-अलग जोन के कंट्रोल रूम की जगह एक सेंट्रल हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा।
विजय गोयल ने आगे कहा कि दिल्ली नगर निगम जल्द ही हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा। वर्तमान में आवारा कुत्तों के काटने की शिकायतें दर्ज कराने के लिए नगर निगम ने 12 जोन के नंबर उपलब्ध कराए हैं। पहले, नागरिकों को यह नहीं पता होता था कि उनका घर किस जोन में आता है और उस जोन का नंबर क्या है। कई लोग आवारा कुत्तों के काटने की शिकायत ही नहीं कर पाते थे। अब एक ही नंबर होने से लोग आसानी से अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे और उन पर कार्रवाई होगी।
उन्होंने बताया कि बैठक में आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए नगर निगम से अधिक गाड़ियों का प्रस्ताव रखा गया। दिल्ली में प्रतिदिन लगभग 2,000 कुत्तों के काटने की घटनाएँ हो रही हैं, जो स्पष्ट रूप से एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट का संकेत देती हैं। रेबीज जैसी घातक बीमारी के प्रसार का खतरा भी कुत्तों के काटने से बना रहता है। भारत में हर साल लगभग 20,000 लोग रेबीज से अपनी जान गंवाते हैं।
विजय गोयल ने बैठक में आवारा कुत्तों की गणना की भी मांग की। उन्होंने कहा कि जो खतरनाक कुत्ते हैं, उनके लिए एक अलग बाड़ा बनाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश में अनुमानित 12 करोड़ से अधिक आवारा कुत्ते हैं, जिनमें से अकेले दिल्ली में 12 लाख से अधिक हैं।
गौरतलब है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल आवारा कुत्तों के मुद्दे पर लगातार मुखर रहे हैं। वे इस समस्या का समाधान करने के लिए अभियान चला रहे हैं और लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं।