क्या दिल्ली में अखिल भारतीय ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन हुआ? सीएम रेखा गुप्ता ने समाज के योगदान की प्रशंसा की

सारांश
Key Takeaways
- ब्राह्मण समाज का संगठन में बहुत बड़ा महत्व है।
- सीएम ने दिल्ली के विकास पर जोर दिया।
- समाजसेवा और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन।
- ब्राह्मण समाज की योगदान को मान्यता।
- सुझावों और सहयोग की अपील।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। देश की राजधानी दिल्ली में रविवार को 'अखिल भारतीय ब्राह्मण सम्मेलन' का शानदार आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में दिल्ली के विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग एकत्रित हुए। कार्यक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं, जबकि दिल्ली सरकार के मंत्री रविन्द्र इंद्रराज ने भी मंच साझा किया।
सीएम रेखा गुप्ता ने इस अवसर पर समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में आना मेरे लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। हम परशुराम जी को नमन करते हुए अनेक संकल्प ले रहे हैं। यह सम्मेलन दिल्ली के हर कोने से ब्राह्मण समाज के लोगों के एकत्रित होने का प्रमाण है, जो दर्शाता है कि संगठन में ही सबसे बड़ी ताकत है। जब समाज संगठित होता है, तभी वह प्रगति करता है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ब्राह्मण समाज हमेशा ज्ञान, शास्त्र और धर्म के प्रचार में अग्रणी रहा है। उनके अनुसार, यदि समाज में कोई ज्ञान की ज्योति जला रहा है, तो वह ब्राह्मण समाज है, जो केवल शास्त्रों की पूजा नहीं करता, बल्कि उनके अर्थ और भावना को भी समझता है। ब्राह्मण समाज की भूमिका देश और समाज की रक्षा में हमेशा महत्वपूर्ण रही है।
दिल्ली के विकास पर सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में 27 वर्षों से कई मुद्दों का बैकलॉग है। अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर दिल्ली को तेजी से आगे बढ़ाएं। यदि हम सब मिलकर दिल्ली की जनता के हित में कार्य करेंगे, तो निश्चित रूप से दिल्ली भी एक विकसित शहर के रूप में स्थापित होगी।
अंत में, मुख्यमंत्री ने ब्राह्मण समाज के सुझावों और सहयोग की अपील की, यह कहते हुए कि मैं आपकी बहन के रूप में हमेशा तैयार हूं। आप अपने सुझाव देते रहें, ताकि हम सब मिलकर दिल्ली और समाज के विकास में योगदान कर सकें। आपके आशीर्वाद से ही मैं अपनी जिम्मेदारी को पूरा कर पाऊंगी। सुख-दुख के हर क्षण में मैं आपके साथ खड़ी रहूंगी।
इस दौरान, वक्ताओं ने ब्राह्मण समाज की परंपरा, योगदान और वर्तमान समय में उनकी भूमिका पर भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और समाजसेवा से जुड़े संकल्प भी लिए गए।