क्या दिल्ली में बुजुर्गों को निशाना बनाने वाला 'लिफाफा गिरोह' गिरफ्तार हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- बुजुर्गों की सुरक्षा पर ध्यान देना आवश्यक है।
- गिरोह के तरीके को समझना और सतर्क रहना चाहिए।
- पुलिस की कार्रवाई से अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हरि नगर थाना पुलिस ने बुजुर्ग नागरिकों के साथ लूटपाट के मामले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। ये सभी कुख्यात 'लिफाफा गिरोह' के सदस्य हैं।
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह बुज़ुर्गों को लिफ्ट देने के बहाने अपनी कार में बिठाकर, उनके सोने के गहने और नकद पैसे लूटता था। इसके बाद वे कागज के लिफाफे में नकली गहने देकर फरार हो जाते थे। पुलिस ने इनके पास से एक आई टेन कार, नकली नंबर प्लेट, कृत्रिम गहने और 22 कागज के लिफाफे बरामद किए हैं। इस गिरफ्तारी से चोरी के दो गंभीर मामले सुलझाए गए हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जानकारी तब मिली जब 18 जुलाई को एक पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई कि तीन लोगों ने उसे लिफ्ट देकर उसके सोने के झुमके और 4,000 रुपए छीन लिए।
कुछ दिनों बाद फिर से उसी क्षेत्र में ऐसी घटनाएँ हुईं, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर हरि नगर के एसएचओ, इंस्पेक्टर आशु गिरोत्रा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया।
टीम ने घटनास्थल के आसपास के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज की जांच की और एएनपीआर तकनीक की मदद से कार की पहचान की, जिस पर फर्जी नंबर प्लेट थी। लगातार खुफिया जानकारी हासिल करने के बाद, 11 अक्टूबर को टीम को गिरोह की गतिविधियों के बारे में एक गुप्त सूचना मिली।
सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए, टीम ने स्वर्ग आश्रम रोड के पास संदिग्ध आई टेन कार से इन्हें गिरफ्तार किया। तीनों आरोपी दीपक (43), सागर (35) और रोशन (52) हैं। कार की तलाशी के दौरान वाहन की असली नंबर प्लेट, नकली गहने और लिफाफे बरामद हुए।
पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। जांच में पता चला कि ये सभी आदतन अपराधी हैं और इन पर पहले से ही हत्या और चोरी जैसे दर्जनों मामले दर्ज हैं। वे जल्दी पैसे कमाने के लिए यह अपराध करते थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।