क्या दिल्ली में छठ घाटों पर पूर्वांचल की लोक संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं?: कपिल मिश्रा

सारांश
Key Takeaways
- छठ पूजा का आयोजन दिल्ली में एक हजार से अधिक स्थानों पर होगा।
- यमुना घाटों पर विशेष आयोजन किया जा रहा है।
- भव्य स्वागत द्वार और विद्युत सजावट का इंतजाम है।
- लोकगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया जाएगा।
- सफाई और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री कपिल मिश्रा ने मंगलवार को 'छठ पूजा 2025' की तैयारियों के लिए पूर्वांचल मोर्चा के साथ एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष संतोष ओझा और अन्य सदस्यों ने भाग लिया। मंत्री कपिल मिश्रा ने जानकारी दी कि इस वर्ष दिल्ली में लगभग एक हजार से अधिक स्थानों पर छठ पर्व का आयोजन किया जाएगा, जो अब तक का सबसे व्यापक आयोजन होगा। वर्षों के बाद, यमुना घाटों पर छठ पूजा का विशेष आयोजन किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यमुना घाटों के अलावा द्वारका, हाथी घाट, पीतमपुरा और सोनिया विहार जैसे चार प्रमुख स्थानों पर विशेष रूप से भव्य आयोजन किए जाएंगे। दिल्ली के सभी छठ घाटों पर पूर्वांचल की लोक संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग द्वारा दिल्ली के 200 से अधिक स्थानों पर कलाकारों को लोकगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए आमंत्रित किया गया है। घाटों पर भव्य स्वागत द्वार, छठी मैय्या और सूर्य भगवान की प्रतिमाओं के साथ आकर्षक विद्युत सजावट की जाएगी, ताकि वातावरण श्रद्धापूर्ण और उत्सवमय बने। कुछ प्रमुख स्थानों पर 'मॉडल छठ घाट' स्थापित किए जा रहे हैं, जो सजावट और सुविधाओं के दृष्टिकोण से उदाहरण प्रस्तुत करेंगे।
मंत्री कपिल मिश्रा ने बताया कि छठ घाटों की तैयारियों के लिए आवश्यक अनुमति और एनओसी की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम लागू किया गया है, जैसा पूर्व में अन्य बड़े आयोजनों जैसे कांवड़ यात्रा, गणेशोत्सव, दुर्गा पूजा और रामलीला में किया गया था। प्रत्येक नगर निगम जोन में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे जो व्यवस्थाओं के समन्वय और निगरानी का कार्य करेंगे। एमसीडी को निर्देश दिए गए हैं कि घाटों की नियमित सफाई के लिए पर्याप्त सफाई कर्मचारी तैनात किए जाएं, ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मंत्री कपिल मिश्रा ने छठ घाटों पर स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी प्रमुख स्थानों पर पर्याप्त संख्या में मोबाइल टॉयलेट वैन, एम्बुलेंस और फायर सेफ्टी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बताया कि सिचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग को घाटों पर सुरक्षा और बैरिकेडिंग की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि फायर डिपार्टमेंट, एनडीएमसी और एमसीडी सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए सुबह के अर्घ्य के बाद नाश्ते और पेयजल की व्यवस्था करने के लिए भी संबंधित विभागों को निर्देश दिए।
उन्होंने आगे कहा कि छठ महापर्व पूर्वांचल की आस्था और संस्कृति का प्रतीक है। दिल्ली सरकार का उद्देश्य है कि यह पर्व न केवल श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाया जाए, बल्कि यह दिल्ली की सांस्कृतिक विविधता और सामाजिक एकता का भी उत्सव बने। पूर्वांचल की परंपरा को सम्मान और विस्तार देना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।