क्या दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच कक्षा 5 तक ऑफलाइन कक्षाएं बंद होंगी?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली सरकार ने कक्षा 5 तक की ऑफलाइन कक्षाएं बंद की हैं।
- छोटे बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा प्राथमिकता है।
- ऑनलाइन पढ़ाई के लिए सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं।
- कक्षा 6 और उससे ऊपर की कक्षाओं में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
- दिल्ली सरकार शिक्षा की निरंतरता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण और एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, दिल्ली सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सरकार ने नर्सरी से कक्षा 5वीं तक के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं आज से बंद करने का ऐलान किया है। अब इन कक्षाओं की पढ़ाई केवल ऑनलाइन मोड में होगी।
दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, दिल्ली के सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और गैर-सहायता प्राप्त निजी स्कूलों को इस आदेश का पालन करना होगा। स्कूलों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि इस अवधि में नर्सरी से कक्षा 5 तक के सभी छात्रों की कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से संचालित हों। वहीं, कक्षा 6 और उससे ऊपर की कक्षाओं के लिए पढ़ाई पहले के निर्देशों के अनुसार जारी रहेगी। सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन कक्षाओं में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है।
सरकार ने कहा कि यह निर्णय विशेष रूप से छोटे बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है, क्योंकि वे वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने कहा कि हमारे बच्चों का स्वास्थ्य और कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। दिल्ली में खतरनाक स्तर तक पहुंच चुके एक्यूआई को देखते हुए नर्सरी से कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं स्थगित कर ऑनलाइन मोड में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है। यह एक निवारक और आवश्यक कदम है ताकि छोटे बच्चों को वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और छात्रों के हित में आगे भी आवश्यक फैसले लिए जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि सभी स्कूल के प्रमुखों को इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करने और अभिभावकों को तुरंत संशोधित व्यवस्था की जानकारी देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही उप निदेशक शिक्षा (जोन/जिला) को भी आदेशों के प्रभावी क्रियान्वयन की निगरानी करने और सुचारू अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।
दिल्ली सरकार ने दोहराया कि वह छात्रों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के साथ-साथ शिक्षा की निरंतरता बनाए रखने के लिए वैकल्पिक माध्यमों के जरिए पढ़ाई जारी रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।