क्या दिल्ली पुलिस ने 11 साल पुराना मर्डर केस सुलझाया और फरार आरोपी को कासगंज से गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने 11 साल पुराना मर्डर केस सुलझाया।
- आरोपी लखन सिंह को कासगंज से गिरफ्तार किया गया।
- आरोपी 2015 से फरार था।
- पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस का सहारा लिया।
- यह मामला 21 नवंबर 2014 को सामने आया था।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक 11 साल पुराने मर्डर केस को सफलतापूर्वक सुलझाते हुए आरोपी लखन सिंह उर्फ अंश कुमार को उत्तर प्रदेश के कासगंज से गिरफ्तार किया है।
लखन सिंह वर्ष 2014 में दर्ज पुलिस स्टेशन रानहोला के मर्डर केस में लंबे समय से वांछित था और उसे 2015 में अदालत द्वारा भगोड़ा अपराधी घोषित किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में हत्या और गंभीर मामलों को सुलझाने वाली टीम ने इस पुराने केस पर दोबारा कार्य करना शुरू किया। आरोपी के राजस्थान, हरियाणा और यूपी के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की गई। इस दौरान इंस्पेक्टर पुखराज और एएसआई प्रदीप को आरोपी की मौजूदगी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिली। इसके आधार पर टीम ने रिकॉर्ड की व्यापक जांच और तकनीकी सर्विलांस के माध्यम से आरोपी का पता कासगंज में लगाया।
इसके बाद टीम ने उत्तर प्रदेश में कासगंज में समन्वित ऑपरेशन चलाया और 11 साल से फरार आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदलता रहा, ताकि गिरफ्तारी से बच सके, लेकिन इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व वाली टीम ने उसे अंततः गिरफ्तार कर लिया।
यह मामला 21 नवंबर 2014 को सामने आया, जब रानहोला थाना क्षेत्र में होली कॉन्वेंट स्कूल के पास खेड़ी बाबा पुल के नाले के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला। शव पर चेहरे, सिर के पीछे और अन्य स्थानों पर गहरे घाव थे। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। बाद में मृतक की पहचान राकेश भगत के रूप में की गई।
जांच में यह भी पता चला कि लखन सिंह का जन्म राजस्थान के करौली में हुआ था और वह प्रारंभिक पढ़ाई के बाद नजफगढ़ में मजदूरी करता था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह 11 वर्षों तक विभिन्न राज्यों में छिपा रहा।