क्या दिल्ली की साइबर सेल ने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी का हल खोज लिया?

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली में स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है।
- डीसीपी राजीव रंजन ने सुरक्षा जांच की पुष्टि की।
- साइबर सेल मामले की गहराई से जांच कर रही है।
- धमकियों के पीछे की वजहों को समझना आवश्यक है।
- सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली में सोमवार को कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। रोहिणी के डीसीपी राजीव रंजन ने बताया कि धमकी मिलने के तुरंत बाद सुरक्षा जांच का इंतजाम किया गया, जिसमें कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गई।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस को कहा, "स्कूल को पहले एक धमकी भरा ई-मेल मिला, जिसके बाद हमें सूचना मिली। तत्पश्चात, स्थानीय पुलिस और विभाग के सभी लोग घटनास्थल पर पहुंचे। पूरे क्षेत्र को खाली करवाकर चेक किया गया, लेकिन कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।"
उन्होंने आगे कहा, "किस आईपी एड्रेस से ई-मेल आया, इसकी जांच की जा रही है। साइबर सेल पूरी तरह से मुस्तैद है। स्कूलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।"
दिल्ली में स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को दिल्ली में तीन स्कूलों, चाणक्यपुरी के नेवी स्कूल, द्वारका के सीआरपीएफ स्कूल और रोहिणी के एक स्कूल को ई-मेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली।
धमकी मिलने के बाद हड़कंप मच गया। स्कूल प्रशासन ने तुरंत पुलिस और बम निरोधक दस्ते को सूचित किया। सूचना मिलने के बाद बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और जांच शुरू की। हालांकि, जांच के बाद बम निरोधक दस्ते ने बताया कि स्कूल परिसर में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
इससे पहले, इसी महीने दक्षिण दिल्ली के इंडियन पब्लिक स्कूल और उत्तर पश्चिम दिल्ली में क्रिसेंट पब्लिक स्कूल को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। धमकी मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। इसके अलावा, सात फरवरी को पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार फेज-1 स्थित अल्कोन पब्लिक स्कूल को भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी।