क्या दिल्ली के सुल्तानपुरी में ऑनलाइन जुआ रैकेट का पर्दाफाश हुआ? नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया

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क्या दिल्ली के सुल्तानपुरी में ऑनलाइन जुआ रैकेट का पर्दाफाश हुआ? नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया

सारांश

दिल्ली के सुल्तानपुरी में एक बड़े ऑनलाइन जुआ रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस ने बड़ी मात्रा में जुआ सामग्री बरामद की है। जानें इस रैकेट के बारे में और पुलिस की कार्रवाई के पीछे की कहानी।

Key Takeaways

  • दिल्ली के सुल्तानपुरी में अवैध ऑनलाइन जुआ रैकेट का भंडाफोड़।
  • पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया।
  • 85,320 रुपए नकद और अन्य जुआ सामग्री बरामद।
  • सरगना भुवेंद्र पहले भी जुआ एक्ट में फंस चुका है।
  • पुलिस ने क्षेत्र में सक्रिय गश्त बढ़ाई है।

नई दिल्ली, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली पुलिस ने बाहरी जिले के सुल्तानपुरी क्षेत्र में मुंबई से चलाए जा रहे एक बड़े अवैध ऑनलाइन जुआ रैकेट का खुलासा किया है।

जिला विशेष टीम (डीएसटी), बाहरी जिला और सुल्तानपुरी थाने की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर सरगना सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने 85,320 रुपए नकद, 6 कंप्यूटर सेटअप और अन्य जुआ सामग्री बरामद की। मामला दिल्ली पब्लिक गैम्बलिंग एक्ट की धारा 3/4 के तहत दर्ज किया गया है।

यह कार्रवाई 5 सितंबर को हुई, जब डीएसटी की टीम सुल्तानपुरी में गश्त पर थी। विश्वसनीय सूचना प्राप्त हुई कि डीडीए मार्केट, पी-ब्लॉक के पास कुछ लोग ऑनलाइन जुआ खेल रहे हैं। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने के बाद, इंस्पेक्टर विक्रम के नेतृत्व में टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापा मारा। घटनास्थल पर 9 संदिग्धों को ऑनलाइन जुआ खेलते पकड़ा गया। वे भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें तुरंत पकड़ लिया।

पुलिस उपायुक्त (बाहरी जिला) सचिन शर्मा ने बताया कि यह रैकेट मुंबई से संचालित हो रहा था। आरोपी संदिग्ध लिंक, क्यूआर कोड और ओटीपी के जरिए लोगों को फंसाते थे। वे गूगल ऑथेंटिकेटर के माध्यम से लिंक भेजते थे। पीड़ितों को क्यूआर कोड स्कैन कर ऐप इंस्टॉल करने और ओटीपी डालकर प्लेटफॉर्म पर लॉगिन करने को कहा जाता था। ऐप इंस्टॉल होने के बाद, उपयोगकर्ताओं को असली पैसे से पॉइंट खरीदकर जुआ खेलने के लिए लुभाया जाता था। दो-तीन महीने चलाने के बाद संचालक ऐप को बंद कर देते और नए लिंक के जरिए अपराध को अंजाम देते थे।

सरगना भुवेंद्र उर्फ भूपेंद्र (48 वर्ष, सुल्तानपुरी निवासी) पहले भी जुआ एक्ट के 5 मामलों में फंस चुका है। अन्य आरोपियों में सूरज (26, अमन विहार), मयंक (20, सुल्तानपुरी), राहुल (26, अमन विहार), रोहन (23, सुल्तानपुरी), राजेंद्र गुप्ता (40, अमन विहार), धर्मवीर (33, सुल्तानपुरी), दिलशाद अहमद (33, सुल्तानपुरी) और राजेश गुप्ता (32, सुल्तानपुरी) शामिल हैं।

छापे में बरामद सामान में 85,320 रुपए नकद (जुए से कमाई), 6 मॉनिटर, 6 सीपीयू, 6 कीबोर्ड, 6 माउस और अन्य उपकरण शामिल हैं।

डीसीपी सचिन शर्मा ने कहा, "बाहरी जिले में संगठित अपराध और जुए के खिलाफ सतर्कता बरती जा रही है। सभी थानों को निर्देश दिए गए हैं कि क्षेत्र में सक्रिय गश्त करें। नागरिकों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।"

Point of View

बल्कि यह भी बताता है कि पुलिस किस तरह से संगठित अपराध के खिलाफ सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। हमें अपने समाज में ऐसे अवैध गतिविधियों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा।
NationPress
16/12/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली में ऑनलाइन जुआ रैकेट कब पकड़ा गया?
यह रैकेट 5 सितंबर को पकड़ा गया जब पुलिस ने सुल्तानपुरी में छापेमारी की।
क्या पुलिस ने कोई सामान बरामद किया?
हां, पुलिस ने 85,320 रुपए नकद और 6 कंप्यूटर सेटअप सहित अन्य जुआ सामग्री बरामद की।
इस रैकेट का सरगना कौन है?
सरगना भुवेंद्र उर्फ भूपेंद्र है, जो पहले भी जुआ एक्ट के मामलों में फंस चुका है।
पुलिस ने इस मामले में कितने लोगों को गिरफ्तार किया?
पुलिस ने इस मामले में कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।
क्या दिल्ली पुलिस इस तरह के मामलों के खिलाफ सक्रिय है?
हां, दिल्ली पुलिस संगठित अपराध और जुए के खिलाफ सतर्कता बरत रही है।
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