क्या दिल्ली में 'ठक-ठक गैंग' के दो सदस्यों की गिरफ्तारी से सुरक्षा में सुधार होगा?
सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली पुलिस ने ठक-ठक गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया।
- गैंग कार चालकों का ध्यान भटकाकर चोरी करता है।
- पुलिस ने चोरी का सामान बरामद किया है।
- यह घटना सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ाती है।
- पुलिस की कार्रवाई से अपराधियों के मनोबल में गिरावट आएगी।
नई दिल्ली, 28 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली के दक्षिण-पश्चिम जिले के आरके पुरम थाना पुलिस ने कुख्यात 'ठक-ठक गैंग' के दो सक्रिय अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान संजू उर्फ संजू मद्रासी (26) और गौरव उर्फ रिंकू (26) के रूप में की गई है। दोनों अंबेडकर नगर क्षेत्र के निवासी हैं।
पुलिस ने इनसे चोरी किया गया लैपटॉप, पैन कार्ड, आधार कार्ड, विभिन्न बैंकों के डेबिट/क्रेडिट कार्ड, अन्य आवश्यक दस्तावेज और वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी बरामद की है।
ये दोनों आरोपी दिल्ली के दक्षिण, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-पश्चिम जिलों में लूट, स्नैचिंग, चोरी, धोखाधड़ी और एनडीपीएस एक्ट से संबंधित कुल 15 मामलों में पहले से शामिल पाए गए हैं।
21 नवंबर को शिकायतकर्ता अपनी कार से ओखला से द्वारका जा रही थी। रिंग रोड पर हयात होटल के पास दो युवक स्कूटी पर आए और उनकी कार में समस्या बताकर रुकने का इशारा किया। जैसे ही वह कार से उतरी, उनमें से एक युवक ने कार के अंदर रखा काला बैग उठा लिया और फरार हो गए।
शिकायत मिलने पर एफआईआर दर्ज की गई और तुरंत जांच प्रारंभ की गई।
वारदात की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ इंस्पेक्टर रविंदर कुमार त्यागी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें एसआई सत्येंद्र गुलिया, एचसी सम्पत राम, एचसी कुलदीप, एचसी राम फूल, एचसी इंद्रपाल, कॉन्स्टेबल संदीप और सुदेश शामिल थे। टीम ने मौके का निरीक्षण किया, गैंग की मोडस ऑपरेंडी का विश्लेषण किया और मुखबिर तैनात किए।
विशेष सूचना के आधार पर गौरव उर्फ रिंकू को 23 नवंबर को और संजू उर्फ संजू मद्रासी को 24 नवंबर को गिरफ्तार किया गया। दोनों की निशानदेही पर चोरी का सामान और स्कूटी भी बरामद कर ली गई।
यह गैंग कार चालकों का ध्यान भटकाकर चोरी करता है। पहले स्कूटी से पास आकर कार में खराबी (जैसे टायर पंक्चर) का संकेत देता है, फिर चालक के नीचे उतरते ही दूसरा सदस्य कार से कीमती सामान निकाल लेता है। इसके बाद दोनों अलग-अलग दिशाओं में भाग जाते हैं ताकि पीछा करना मुश्किल हो जाए। पुलिस ने बताया कि मामले की आगे की जांच जारी है।