क्या यह गर्व की बात नहीं है कि पूरा देश साहिबजादों की वीरगाथा को जान रहा है: मनजिंदर सिंह सिरसा?
सारांश
Key Takeaways
- वीर बाल दिवस साहिबजादों की शहादत को समर्पित है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे राष्ट्रीय दिवस घोषित किया है।
- कार्यक्रम का आयोजन त्यागराज स्टेडियम में किया गया था।
- दिल्ली सरकार ने साहिबजादों की गाथा को फैलाने का प्रयास किया।
- यह कार्यक्रम साहिबजादों के बलिदानों की जागरूकता बढ़ाने में सहायक है।
नई दिल्ली, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। वीर साहिबजादों को समर्पित ‘वीर बाल दिवस’ पर दिल्ली सरकार द्वारा त्यागराज स्टेडियम में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि आज पूरा देश साहिबजादों के बलिदानों के बारे में जान रहा है।
मंत्री सिरसा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर बाल दिवस को राष्ट्रीय दिवस घोषित किया और इसे साहिबजादा बाबा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह को समर्पित किया। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज पूरा देश साहिबजादों के बलिदानों के बारे में जान रहा है। त्यागराज स्टेडियम में इस कार्यक्रम के लिए मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री और आशीष सूद को साहिबजादों के संदेशों को पूरे देश में फैलाने के लिए धन्यवाद देता हूं।"
उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि देशभर में लोग अपने इतिहास को समझ रहे हैं।
दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने एक्स पोस्ट में लिखा कि त्यागराज स्टेडियम में दिल्ली सरकार द्वारा वीर साहिबजादों को समर्पित ‘वीर बाल दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुआ और साहिबजादों की शहादत को नमन किया। धर्म और मानवता की रक्षा के लिए महान शहादत देने वाले 10वें श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज के वीर साहिबजादों की गाथा आज भी आलोकित करती है। पीएम मोदी की दूरदर्शी पहल से ‘वीर बाल दिवस’ का आरंभ हुआ, ताकि साहिबजादों की अमर प्रेरणा आने वाली पीढ़ियों के चरित्र, संस्कार और धर्म को सुदृढ़ कर सके। इस दौरान विशेष डाक लिफाफे एवं पुस्तिका का लोकार्पण किया गया, जो साहिबजादों की गौरवशाली गाथा को जन-जन तक पहुंचाने का सार्थक प्रयास है।
एक अन्य पोस्ट में सिरसा ने भारत मंडपम में आयोजित कार्यक्रम का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वे भारत मंडपम में वीर साहिबजादों को समर्पित 'वीर बाल दिवस' के भव्य एवं प्रेरणादायक समारोह में शामिल हुए। पीएम मोदी की उपस्थिति और उनके ओजस्वी संबोधन ने साहिबजादों की महान शहादत और अदम्य साहस की यादों को जीवंत कर दिया।