क्या धमतरी के शाकिर खान ने आत्मनिर्भर बनने की कहानी लिखी है?

सारांश
Key Takeaways
- शाकिर खान की कहानी प्रेरणादायक है।
- पीएमईजीपी ने युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए हैं।
- युवाओं को आर्थिक सशक्तता की दिशा में प्रेरित किया जा रहा है।
- इस योजना का लाभ बेरोजगारों को भी मिल रहा है।
- भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
धमतरी, 16 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश के हर युवा को आर्थिक रूप से सशक्त, आत्मनिर्भर और रोजगार से जुड़ा होना चाहिए। इसी दिशा में केंद्र सरकार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) का संचालन कर रही है।
इस योजना के तहत युवाओं को छोटे और सूक्ष्म उद्योग स्थापित करने के लिए बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जाता है। इसके साथ ही, सरकार भारी सब्सिडी भी प्रदान करती है।
इस योजना का लाभ केवल देशभर के युवाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के युवा भी इससे अपनी ज़िंदगी में सकारात्मक परिवर्तन ला रहे हैं। जिले के नगरी ब्लॉक के सिहावा निवासी शाकिर खान ने इस योजना का लाभ उठाकर आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ाया है।
शाकिर खान ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में बताया कि वह पहले बेरोजगार थे, लेकिन पीएमईजीपी की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने आवेदन किया। कुछ ही समय में उन्हें बैंक से 10 लाख रुपये का ऋण मिला, जिसमें 40 प्रतिशत सरकारी सब्सिडी शामिल थी। इस धनराशि से उन्होंने एक छोटा रेस्टोरेंट खोला, जो अब उनके परिवार के लिए आजीविका का मुख्य स्रोत बन गया है।
शाकिर खान ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के माध्यम से अपने पैरों पर खड़ा हो सका हूं। आज मेरा कारोबार बहुत अच्छा चल रहा है और मैं अपने परिवार का भरण-पोषण कर पा रहा हूं। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभारी हूं।”
इस योजना के माध्यम से न केवल शाकिर खान जैसे युवा आत्मनिर्भर बन रहे हैं, बल्कि वे अन्य बेरोजगारों को भी रोजगार प्रदान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ाने में मदद कर रहा है, जिससे देश आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बन रहा है।