क्या धनबाद में भू-धंसान के दो बड़े हादसे हुए, जिससे छह मजदूरों की जान जाने की आशंका है?

सारांश
Key Takeaways
- धनबाद में भू-धंसान के दो बड़े हादसे हुए हैं।
- सुरक्षा मानकों की अनदेखी का परिणाम।
- छह मजदूरों की जान जाने की आशंका।
- उच्चस्तरीय जांच का आश्वासन।
- स्थानीय लोगों की सुरक्षा की आवश्यकता।
धनबाद, 5 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। धनबाद के कतरास क्षेत्र में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) की खदानों में शुक्रवार को बड़े भू-धंसान की दो घटनाएं हुईं। पहली घटना 4 नंबर खदान एरिया में हुई, जहां आउटसोर्सिंग पर काम करने वाली मां अम्बे कंपनी की एक सर्विस वैन भू-धंसान के कारण लगभग 100 फीट गहरी पानी से भरी खाई में गिर गई। इस वैन में सवार सभी छह मजदूरों के मारे जाने की आशंका है।
घटना के आठ घंटे बाद भी इनमें से किसी का पता नहीं चल सका है। दूसरी घटना रामकनाली ओपी के बट्टू बाबू बंगला के पास हुई, जहां लगभग आधे दर्जन घर जमींदोज हो गए। इस हादसे में चार लोग मारे गए, साथ ही लगभग एक दर्जन मवेशी भी भू-धंसान में बने खाई में गिर गए।
धनबाद के भाजपा सांसद ढुल्लू महतो ने कहा, “आउटसोर्सिंग कंपनी की साइट पर घटना के बाद की स्थिति से स्पष्ट है कि वैन में सवार सभी छह मजदूरों में से शायद कोई भी जीवित नहीं बचा है। यह हादसा सुरक्षा मानकों की गंभीर लापरवाही का परिणाम प्रतीत होता है। पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच होगी और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
खदान नंबर चार के पास यह घटना उस समय हुई जब सर्विस वैन मजदूरों को खदान क्षेत्र से बाहर ले जा रही थी। अचानक मिट्टी खिसक गई और वाहन गहरी खाई में गिर गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए बीसीसीएल प्रबंधन ने आपात बैठक बुलाई। इस बीच, कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पूरे दिन चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद खाई में गिरी वैन और उसमें सवार लोगों का कोई पता नहीं चला। हादसे की जानकारी मिलने के बाद धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो भी मौके पर पहुंचे।
उन्होंने कहा कि पहली नजर में यह स्पष्ट है कि यह हादसा सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के कारण हुआ है। उन्होंने इस मामले में अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया। दूसरी घटना भी इसी स्थल से लगभग आधा किलोमीटर दूर रामकनाली ओपी के बट्टू बाबू बंगला के पास हुई, जहां अचानक तेज आवाज के साथ लगभग 300 मीटर दायरे में जमीन धंस गई। इससे आधे दर्जन घर जमींदोज हो गए। इस हादसे में चार लोग घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस घटना के बाद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। कोयला क्षेत्र में जमीन के नीचे लगी आग के कारण यह इलाका डेंजर जोन में शामिल है। 27 अगस्त को केंदुआ कुसुंडा एरिया-6 के गोधर में अचानक जमीन धंसने से अंजू देवी 15 फीट गड्ढे में गिर गई थीं। उन्हें बड़ी मुश्किल से बचाया गया था। इससे पहले 18 अगस्त को जोगता थाना क्षेत्र में भू-धंसान से एक घर पूरी तरह जमींदोज हो गया था, जबकि पांच घर क्षतिग्रस्त हुए थे।