क्या यादों में 'वीरू' जीवित रहेंगे: एक्टिंग, रोमांस और कॉमेडी के सुपरस्टार धर्मेंद्र का सफर?

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क्या यादों में 'वीरू' जीवित रहेंगे: एक्टिंग, रोमांस और कॉमेडी के सुपरस्टार धर्मेंद्र का सफर?

सारांश

धर्मेंद्र, बॉलीवुड का 'हीमैन', एक अद्वितीय अभिनेता के रूप में सिनेमा के परिदृश्य पर छाए रहे। उनकी यादों में रोमांस, कॉमेडी और एक्शन के अद्भुत क्षण हैं। आइए, उनकी जिंदगी और करियर के इस दिलचस्प सफर पर एक नजर डालते हैं।

Key Takeaways

  • धर्मेंद्र ने भारतीय सिनेमा को कई हिट फिल्में दीं।
  • उनका स्टारडम 70 के दशक में बढ़ा।
  • वे हमेशा अपने स्टंट खुद करते थे।
  • धर्मेंद्र ने कई शैलियों में अभिनय किया।
  • उनका परिवार उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण था।

मुंबई, 7 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बॉलीवुड के महान अभिनेता धर्मेंद्र ने 24 नवंबर को अपनी आखिरी सांस ली। उनकी उम्र 89 वर्ष थी। धर्मेंद्र केवल एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि अपने खास अंदाज और आकर्षक लुक के कारण लोगों के दिलों पर राज करते थे। उनकी फिजिक और फिटनेस ने उन्हें बॉलीवुड में एक अलग पहचान दी। यही कारण है कि उन्हें बॉलीवुड का हीमैन कहा गया।

धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना जिले के नसराली गांव में हुआ था। उनका असली नाम धर्मेंद्र केवल कृष्ण देओल था। उनके पिता केवल कृष्ण और मां सतवंत कौर थीं। धर्मेंद्र ने अपना बचपन साहनेवाल गांव में बिताया, जहां उनके पिता सरकारी स्कूल के हेडमास्टर थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई पंजाब यूनिवर्सिटी से की। बचपन से ही उनमें कुछ अलग करने की चाह थी।

फिल्मफेयर मैगजीन के न्यू टैलेंट कॉम्पिटिशन में धर्मेंद्र ने भाग लिया और विजेता बने। इसके बाद उनका रुख बॉलीवुड की ओर हुआ।

धर्मेंद्र ने 1960 में फिल्म 'दिल भी मेरा हम भी तेरे' से बॉलीवुड में कदम रखा। हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हुई, लेकिन इसके बाद उन्होंने 'शोला और शबनम' जैसी फिल्मों में काम किया, जिसने उन्हें पहचान दिलाई। धीरे-धीरे उन्होंने अपने करियर की नींव मजबूत की और कई सफल फिल्में दीं जैसे 'अनपढ़', 'बंदिनी', 'आई मिलन की बेला', 'हकीकत', 'फूल और पत्थर', 'ममता', 'अनुपमा', 'इज्जत', 'आंखें', 'शिखर' और 'मंझली दीदी'।

70 के दशक में धर्मेंद्र को असली स्टारडम हासिल हुआ। इस समय उनके लुक और फिटनेस ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी। उनकी एक्शन फिल्मों में जबरदस्त स्टंट और मजबूत शरीर ने उन्हें हीमैन का खिताब दिलाया। हेमा मालिनी के साथ उनकी जोड़ी भी बहुत पसंद की गई। उन्होंने 'सीता और गीता', 'शोले', 'राजा जानी', 'तुम हसीन मैं जवान' और 'पत्थर के फूल' जैसी कई हिट फिल्में दीं। वीरू का किरदार आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है।

धर्मेंद्र ने अपने करियर में कई तरह के किरदार निभाए। एक्शन, रोमांस, कॉमेडी और ड्रामा, हर रोल में उन्होंने अपनी छाप छोड़ी। वह हमेशा अपने स्टंट खुद करते थे और कई बार असली जानवरों के साथ भी एक्शन सीन किए। उनकी कॉमेडी फिल्मों की भी तारीफ होती थी। 'चुपके चुपके' और 'यमला पगला दीवाना' जैसी फिल्में दर्शकों के लिए हंसी का खजाना साबित हुईं।

उन्हें 1997 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला। 2012 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया। उनकी प्रोड्यूस की गई फिल्म 'घायल' को भी नेशनल अवॉर्ड और फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। धर्मेंद्र ने कभी भी फिल्मों को सिर्फ पैसे कमाने का जरिया नहीं माना, बल्कि इसे अपने जुनून और प्यार के लिए किया।

उनका निजी जीवन भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं रहा। उन्होंने दो शादियां की। पहली शादी प्रकाश कौर से हुई, जिनसे उनके दो बेटे सनी और बॉबी देओल और दो बेटियां अजीता और विजीता हैं। 1980 में उन्होंने हेमा मालिनी से शादी की और उनकी दो बेटियां एशा और अहाना हैं। धर्मेंद्र अपने परिवार के प्रति बेहद प्यार करते थे।

Point of View

और उनकी यादें सदैव हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।
NationPress
08/12/2025

Frequently Asked Questions

धर्मेंद्र का जन्म कब हुआ?
धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना जिले के नसराली गांव में हुआ।
धर्मेंद्र को कौन सा खिताब मिला?
धर्मेंद्र को बॉलीवुड का 'हीमैन' कहा जाता है।
उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्म कौन सी है?
उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्म 'शोले' है, जिसमें उन्होंने 'वीरू' का किरदार निभाया।
धर्मेंद्र को कितने पुरस्कार मिले हैं?
उन्हें 1997 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और 2012 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
धर्मेंद्र का परिवार कैसा है?
धर्मेंद्र की दो शादियाँ हुई हैं, जिनसे उनके चार बेटे और बेटियाँ हैं।
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