क्या दिल्ली के द्वारका में पुलिस ने 270 से अधिक चोरी हुए मोबाइल फोन मालिकों को लौटाए?
सारांश
Key Takeaways
- द्वारका पुलिस ने 270 से अधिक मोबाइल फोन बरामद किए।
- कार्यक्रम का आयोजन 23 दिसंबर को हुआ।
- निगरानी प्रकोष्ठ ने तकनीकी निगरानी का उपयोग किया।
- इस पहल का उद्देश्य चोरी हुए उपकरणों को लौटाना है।
- पुलिस ने जनता के विश्वास को मजबूत किया।
नई दिल्ली, २४ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली की द्वारका जिला पुलिस ने २७० से अधिक खोए और चोरी हुए मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को लौटाने का कार्य किया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इससे कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर जनता का भरोसा और सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता मजबूत हुई है।
मोबाइल वापसी कार्यक्रम का आयोजन २३ दिसंबर को पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह की अध्यक्षता में द्वारका जिला पुलिस कार्यालय परिसर में किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान, सैकड़ों लोगों को फोन वापस मिल गए, जिससे उनके चेहरे पर राहत और मुस्कान साफ़ दिखाई दी।
पुलिस के अनुसार, ये बरामदगी जिले की समर्पित निगरानी प्रकोष्ठ द्वारा की गई, जिसने तकनीकी निगरानी और सेवा प्रदाताओं के समन्वय का उपयोग करते हुए व्यवस्थित रूप से गुम और चोरी हुए मोबाइल फोन का पता लगाया। सत्यापन के बाद, असली मालिकों से संपर्क किया गया और उन्हें अपने मोबाइल लेने के लिए बुलाया गया।
निगरानी प्रकोष्ठ की टीम ने एएसआई जय भगवान के मार्गदर्शन में, हेड कांस्टेबल ओंबीर, राजेश, राजबीर और भजन पाल तथा कांस्टेबल अनिल कुमार और नरसिंह देव के साथ मिलकर काम किया।
इस कार्यक्रम में डीसीपी अंकित सिंह (आईपीएस) और अतिरिक्त डीसीपी सौरभ चंद्र के साथ-साथ निगरानी प्रकोष्ठ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।
सभा को संबोधित करते हुए डीसीपी ने इसमें शामिल कर्मियों के समर्पण और कार्यकुशलता की सराहना की और उन्हें नियमित रूप से ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
यह घटना शाहदरा जिला पुलिस द्वारा "ऑपरेशन विश्वास-202५" के तहत लगभग १ करोड़ रुपए मूल्य के ६२५ चोरी और गुम हुए मोबाइल फोन बरामद करने के दो दिन बाद हुई है।
१ मई, २०२५ को शुरू की गई इस जिलाव्यापी पहल का उद्देश्य समन्वित निगरानी, डेटा विश्लेषण और लक्षित अभियानों के माध्यम से चोरी हुए उपकरणों का पता लगाना और उन्हें उनके असली मालिकों को लौटाना है।
पुलिस के अनुसार, तकनीकी निगरानी, आईएमईआई ट्रैकिंग, कॉल डिटेल रिकॉर्ड एनालिसिस और रियल टाइम डेटा मॉनिटरिंग के संयोजन से बरामदगी की गई।