क्या दिल्ली की हवा फिर से जहरीली हो गई है? एक्यूआई 273 तक पहुंचा!

सारांश
Key Takeaways
- दिल्ली का औसत एक्यूआई 273 पर पहुंचा है।
- प्रदूषण के मुख्य कारण वाहनों का धुआं और निर्माण कार्य हैं।
- दिल्ली में 9 क्षेत्रों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच है।
- दिल्ली सरकार स्थिति पर नजर रख रही है।
- एक्यूआई को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है।
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण ने एक बार फिर चिंताओं को जन्म दिया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, रविवार सुबह 7 बजे तक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 273 अंक पर पहुंच गया, जो कि ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली के प्रमुख क्षेत्रों जैसे इंडिया गेट, कर्तव्य पथ, लाल किला, और कनॉट प्लेस में भी हवा की गुणवत्ता चिंताजनक स्थिति में है। राजधानी दिल्ली के 9 क्षेत्रों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया, जो कि ‘गंभीर’ श्रेणी की ओर इशारा करता है।
इन क्षेत्रों में बवाना (303), वजीरपुर (361), विवेक विहार (358), अशोक विहार (304), जहांगीरपुरी (314), नेहरू नगर (310), द्वारका (327), सीरी फोर्ट (317), और आरके पुरम (322) शामिल हैं। दिल्ली के अधिकांश अन्य क्षेत्रों में एक्यूआई 200 से 300 के बीच रहा, जो कि ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
दिल्ली-एनसीआर के अन्य शहरों में भी स्थिति बेहतर नहीं है। फरीदाबाद में एक्यूआई 158, गाजियाबाद में 173, ग्रेटर नोएडा में 172, गुरुग्राम में 187 और नोएडा में 158 अंक दर्ज किया गया।
यह ध्यान देने योग्य है कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है। 0-50 एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 तक एक्यूआई संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम प्रदूषण, 201 से 300 तक खराब, 301 से 400 तक बहुत खराब और 401 से 500 तक एक्यूआई को गंभीर माना जाता है।
इस समय, प्रदूषण के इस बढ़ते स्तर के पीछे वाहनों का धुआं, निर्माण कार्य, पराली जलाना और मौसमी बदलाव जैसे कारक जिम्मेदार माने जा रहे हैं। दिल्ली सरकार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और जल्द ही इसके समाधान के लिए कदम उठाए जा सकते हैं।