क्या दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी को मिली बड़ी सफलता पर सीएम योगी ने बधाई दी?

सारांश
Key Takeaways
- एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में 4 में से 3 सीटें जीतीं।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एबीवीपी को बधाई दी।
- इस चुनाव में कुल 21 उम्मीदवार थे।
- एबीवीपी की विजय के पीछे 'ज्ञान, शील, एकता' का सिद्धांत है।
- उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी ने एनएसयूआई को कड़ी टक्कर दी।
लखनऊ, 19 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि पर संगठन और छात्र नेताओं को बधाई दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई। यह जीत एबीवीपी के सिद्धांत 'ज्ञान, शील, एकता' की बढ़ती स्वीकृति को दर्शाती है। सभी विजयी प्रत्याशियों का भविष्य उज्ज्वल हो, यही मेरी शुभकामना है।"
एबीवीपी की इस ऐतिहासिक सफलता पर गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने भी बधाई दी।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनाव में एबीवीपी ने विजय पताका फहराई। शुक्रवार को घोषित चुनाव परिणामों में चार में से तीन सीटों पर एबीवीपी ने जीत हासिल की। एबीवीपी ने अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पद पर विजय प्राप्त की है। अध्यक्ष पद के एबीवीपी उम्मीदवार आर्यन मान ने जीत हासिल की, जबकि सचिव पद पर कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव पद पर दीपिका झा ने जीत दर्ज की।
उपाध्यक्ष पद पर भी एबीवीपी के गोविंद तंवर ने एनएसयूआई को कड़ी टक्कर दी। इस चुनाव में एनएसयूआई को केवल एक सीट मिली है।
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में छात्रों ने गुरुवार को मतदान किया। 195 बूथों वाले 52 केंद्रों पर 711 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के जरिए मतदान हुआ। अंतिम मतदान का प्रतिशत 39.45 रहा।
इस वर्ष चार मुख्य छात्र संघ पदों (अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव) के लिए 21 उम्मीदवार चुनाव में उतरे। अध्यक्ष पद के लिए 9 उम्मीदवार थे, जबकि अन्य तीन पदों के लिए 12 उम्मीदवार थे।