क्या जीएसटी दर में कटौती से दीपावली में होगा धमाल?

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क्या जीएसटी दर में कटौती से दीपावली में होगा धमाल?

सारांश

जीएसटी 2.0 सुधारों के चलते इस दीपावली की खरीदारी में अभूतपूर्व वृद्धि की उम्मीद है। यह समय है जब उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति में वृद्धि हुई है और व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर है। जानिए कैसे यह त्योहारी सीजन बाजार को नया रंग देगा।

Key Takeaways

  • जीएसटी 2.0 ने खुदरा कीमतों में कमी की है।
  • उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति में वृद्धि हुई है।
  • इस दीपावली में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री की उम्मीद है।
  • यह व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर है।
  • अर्थव्यवस्था को गति देने में सहायक।

नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अर्थशास्त्री और उद्योग विशेषज्ञों का यह मानना है कि जीएसटी 2.0 सुधारों के कारण इस वर्ष दीपावली की खरीदारी में अद्वितीय वृद्धि देखने को मिलेगी। क्रय शक्ति में उल्लेखनीय वृद्धि और ऐतिहासिक रूप से कम मुद्रास्फीति ने उपभोक्ताओं, विशेषकर निम्न और मध्यम वर्ग को अधिक खरीदारी के लिए प्रोत्साहित किया है। इस त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री की उम्मीद है, जिसका लाभ व्यापारियों को भी मिलेगा।

ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष हरवंश चावला ने राष्ट्र प्रेस को बताया, "जीएसटी 2.0 के सुधारों ने खुदरा कीमतों में कमी लाई है, जिसका सबसे बड़ा प्रभाव निम्न और मध्यम वर्ग पर पड़ा है। पहले जहां लोग 100 रुपए में एक वस्तु खरीद पाते थे, अब उनकी क्रय शक्ति बढ़ने से वे एक से अधिक वस्तुएं खरीद सकते हैं।"

उन्होंने कहा कि यह 'ऐतिहासिक दीपावली' होगी, जिसमें बिक्री के नए रिकॉर्ड बनेंगे और व्यापारियों को भारी मुनाफा होगा।

चावला ने जीएसटी 2.0 के प्रभाव को प्रधानमंत्री मोदी और उनकी टीम के प्रयासों का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, "जीएसटी दरों में कमी से आम आदमी की क्रय शक्ति में वृद्धि हुई है। जब क्रय शक्ति बढ़ती है तो खुदरा मुद्रास्फीति स्वतः कम हो जाती है। यह सरकार की ओर से एक बहुत बड़ा कदम है।"

उन्होंने जोर देकर कहा कि इस कदम ने न सिर्फ उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाया है, बल्कि समग्र आर्थिक माहौल को भी सकारात्मक दिशा दी है।

जीएसटी 2.0 के तहत वस्तुओं और सेवाओं पर कर की दरों में कमी से कई आवश्यक और गैर-आवश्यक वस्तुओं की कीमतें घटी हैं। इससे विशेष रूप से निम्न और मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं की खरीदारी की क्षमता में इजाफा हुआ है।

हरवंश चावला ने बताया, "पहले जो व्यक्ति सीमित बजट में एक ही वस्तु खरीद पाता था, वह अब अपने बजट में अधिक सामान खरीद सकता है। यह बदलाव उपभोक्ता विश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है।"

इसके अलावा, विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी सुधारों ने खुदरा क्षेत्र में मांग को बढ़ावा दिया है, जिससे व्यापारियों को इस त्योहारी सीजन में बंपर बिक्री की उम्मीद है।

चावला ने कहा, "इस बार की दिवाली बिक्री पहले की तुलना में कहीं अधिक होगी। यह व्यापारियों के लिए भी सुनहरा अवसर है।"

उन्होंने यह भी अनुमान लगाया कि इस साल की बिक्री पिछले वर्षों के सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है। जीएसटी 2.0 न केवल उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह अर्थव्यवस्था को गति देने और रोजगार सृजन में भी सहायक होगा। इस दिवाली, बाजारों में रौनक और उत्साह के साथ भारत एक नए आर्थिक उछाल की ओर बढ़ रहा है।

Point of View

हमें यह मानना होगा कि जीएसटी 2.0 सुधारों ने न केवल आम नागरिकों को लाभ पहुंचाया है, बल्कि यह समग्र अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारे देश में बाजार की वृद्धि और उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति में सुधार, दोनों ही हमारे विकास के लिए आवश्यक हैं।
NationPress
14/10/2025

Frequently Asked Questions

जीएसटी 2.0 के सुधारों का उपभोक्ताओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
जीएसटी 2.0 के सुधारों से उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति बढ़ेगी, जिससे वे अधिक वस्तुएं खरीद सकेंगे।
क्या इस दीपावली की बिक्री पिछले वर्षों की तुलना में अधिक होगी?
हां, विशेषज्ञों का मानना है कि इस वर्ष की बिक्री पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
जीएसटी दरों में कटौती का व्यापारियों पर क्या असर पड़ेगा?
जीएसटी दरों में कटौती से व्यापारियों को बंपर बिक्री का लाभ मिलेगा।
क्या जीएसटी 2.0 से अर्थव्यवस्था को लाभ होगा?
जी हां, यह अर्थव्यवस्था को गति देने और रोजगार सृजन में सहायक होगा।
क्या निम्न वर्ग के उपभोक्ताओं को इससे लाभ होगा?
बिल्कुल, जीएसटी 2.0 से निम्न और मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं को विशेष लाभ होगा।