क्या दीपावली की खरीदारी में स्वदेशी सामान की हो रही है भारी मांग?

सारांश
Key Takeaways
- दीपावली के लिए स्वदेशी सामानों की मांग बढ़ी है।
- बाजारों में ग्राहकों की भारी भीड़ है।
- चाइनीज सामान की बिक्री में कमी आई है।
- लोग लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएँ और दीये खरीद रहे हैं।
- रंगोली और सजावट के सामान की खरीदारी भी जोरों पर है।
नूंह, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दीपावली का त्योहार सोमवार को मेवात सहित देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस अवसर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बाजार सज गए हैं और दीपावली के लिए लोग खरीदारी कर रहे हैं। विशेष रूप से रविवार को छोटी दीपावली के चलते दुकानों पर ग्राहकों की भारी भीड़ देखी गई।
दीपावली के मौके पर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बाजारों में लोगों की भीड़ से रौनक बढ़ी हुई है। शहर और गांव के विभिन्न चौकों पर अस्थायी दुकानों पर मोमबत्तियाँ, लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ और पटाखों की बिक्री जोरों पर है। लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर स्वदेशी सामानों की खरीदारी कर रहे हैं।
व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और घरों की सफाई भी की गई है। धन और ऐश्वर्य की अधिष्ठात्री माता लक्ष्मी की पूजा के लिए लोग विशेष रूप से मिट्टी के दीये और मोमबत्तियाँ खरीद रहे हैं। लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाओं की भी खूब खरीदारी हो रही है।
वहीं, बाजारों में लकड़ी और थर्मोकोल से बने रंग-बिरंगे घरौंदे और मिट्टी के बर्तन की भी खरीदारी हो रही है। दुकानदारों के अनुसार, पिछले वर्षों की तुलना में इस बार पटाखों की बिक्री कम हुई है।
इस बार बाजारों में चाइनीज झालरों की कमी देखी गई है। इलेक्ट्रॉनिक दुकानदार भी स्वदेशी वस्तुओं की बिक्री करते नजर आए। दीपावली के त्योहार में दीया और बाती का अलग महत्व है। इस वर्ष लोगों का चाइनीज सामान के प्रति झुकाव कम देखने को मिला है, और वे देशी झालरों व दीयों को प्राथमिकता दे रहे हैं।
बाजार में रंग-बिरंगी रंगोली और स्टीकर की दुकानों पर बच्चों की भीड़ अधिक देखी जा रही है। लोग अपने मनपसंद रंगोली के सांचे, माता लक्ष्मी की चरण पादुका स्टीकर, घर की सजावट के लिए सामान, मोती की माला और कलश की खरीदारी कर रहे हैं।