क्या जम्मू कश्मीर के हिरनी गांव में पहली बार सड़क का निर्माण हो रहा है?
सारांश
Key Takeaways
- हिरनी गांव में पहली बार सड़क का निर्माण शुरू हुआ है।
- सड़क की लंबाई 15 किलोमीटर है।
- इसकी लागत 73 करोड़ रुपए है।
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत यह परियोजना चल रही है।
- भाजपा विधायक ने शिलान्यास किया है।
जम्मू-कश्मीर, 20 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अंतर्गत डोडा जिले के अस्सर ब्लॉक स्थित हिरनी गांव में आजादी के बाद पहली बार सड़क का निर्माण आरंभ हुआ है। भाजपा विधायक शक्ति राज परिहार ने शनिवार को इस सड़क का शिलान्यास किया।
डोडा वेस्ट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक शक्ति राज परिहार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत अस्सर ब्लॉक, जिला डोडा की चरोटा पंचायत (बी) में पट्टा से हिरनी सड़क का शिलान्यास किया।
यह सड़क लगभग 15 किलोमीटर लंबी है और इसकी लागत 73 करोड़ रुपए है। आजादी के बाद यह पहली बार है जब इस गांव में सड़क का निर्माण हो रहा है। विधायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डॉ. जितेंद्र सिंह का धन्यवाद करते हुए कहा कि अब इस क्षेत्र के निवासियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
विधायक ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत वर्ष 2000 में हुई थी और इसके चरण-1, चरण-2 और चरण-3 पूर्ण हो चुके हैं, जबकि चरण-4 (पहला बैच) पर कार्य चल रहा है। केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर के लिए कुल 4200 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।
उन्होंने कहा कि चौथे चरण (पहला बैच) में जिन सड़कों के लिए टेंडर दिए गए हैं, उन पर काम शुरू हो चुका है, जबकि कुछ अन्य सड़कों पर कार्य अभी शुरू होना बाकी है। शक्ति राज परिहार ने कहा कि भाजपा विधानसभा चुनावों के दौरान लोगों से किए गए वादों को पूरा कर रही है, जबकि पिछली सरकारों ने इस क्षेत्र के लोगों की उपेक्षा की थी।
शक्ति राज परिहार ने कहा कि मैं आसपास रहने वाले सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं, क्योंकि अब उनके गांव तक सड़क पहुंच रही है। यहां के लोगों की एक ही मांग थी कि उन्हें सड़क की सुविधा मिले। आज लोगों में खुशी और उत्साह है। इस सड़क के बनने से उनकी कई समस्याओं का समाधान होगा।
उन्होंने कहा कि मेरी कोशिश है कि जो क्षेत्र अभी ठीक से नहीं जुड़ पाए हैं, उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि वहां के लोगों को कम से कम यह बुनियादी सुविधा मिल सके।