क्या पहली बार हो रहे दृष्टिबाधित महिला टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का चयन हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- दृष्टिबाधित महिला टी-20 विश्व कप का आयोजन 11 से 25 नवंबर को होगा।
- भारतीय टीम में 16 सदस्य शामिल हैं।
- टूर्नामेंट में कुल 21 मैच होंगे।
- मैच नई दिल्ली और बेंगलुरु में होंगे।
- इसका उद्देश्य महिलाओं के लिए समान अवसर प्रदान करना है।
नई दिल्ली, 11 सितम्बर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने पहली बार आयोजित दृष्टिबाधित महिला टी-20 विश्व कप के लिए 16 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। यह टीम देशभर में 56 खिलाड़ियों की प्रतिभा खोज, कड़े प्रशिक्षण और चयन शिविरों के बाद बनाई गई है।
दृष्टिबाधित महिला टी-20 विश्व कप 11 से 25 नवंबर तक आयोजित होगा। टूर्नामेंट में कुल 21 लीग मैच, दो सेमीफाइनल और एक फाइनल मैच आयोजित किए जाएंगे। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और अमेरिका की टीमें इस प्रतियोगिता में भाग लेंगी।
मैच नई दिल्ली और बेंगलुरु में खेले जाएंगे। काठमांडू को तीसरे मेज़बान शहर के रूप में चुना गया था, जहां पाकिस्तान के मैच होने थे, लेकिन नेपाल की वर्तमान स्थिति को देखते हुए वैकल्पिक स्थल पर विचार किया जा रहा है।
समर्थनम ट्रस्ट फॉर द डिसेबल्ड्स की क्रिकेट शाखा, द क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड इन इंडिया (सीएबीआई), इस ऐतिहासिक विश्व कप की आयोजक है। यह संस्था दिव्यांग खिलाड़ियों, विशेषकर महिलाओं के लिए समान मंच प्रदान करने के लिए प्रयासरत है।
सीएबीआई के अध्यक्ष महंतेश जी. किवादासन्नावर ने कहा, "यह विश्व कप सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं है। यह साहस, कौशल और समावेशिता का उत्सव है। भारत में इसकी मेज़बानी करना गर्व की बात है। मुझे विश्वास है कि हमारी लड़कियां लाखों लोगों को प्रेरित करते हुए देश को गौरवान्वित करेंगी।"
इससे पहले, भारतीय महिला दृष्टिबाधित टीम ने 2023 आईबीएसए विश्व खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। भारत ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर महिला दृष्टिबाधित क्रिकेट में एक गौरवशाली अध्याय लिखा था।
टीम:
बी1 श्रेणी: सिमु दास (दिल्ली), पी. करुणा कुमारी (आंध्र प्रदेश), अनु कुमारी (बिहार), जमुना रानी टुडू (ओडिशा), काव्या वी (कर्नाटक)।
बी2 श्रेणी: अनेखा देवी (दिल्ली), बसंती हंसदा (ओडिशा), सिमरनजीत कौर (राजस्थान), सुनीता सराठे (मध्य प्रदेश), पार्वती मरांडी (ओडिशा)।
बी3 श्रेणी: दीपिका टी. सी. (कर्नाटक - कप्तान), फूला सोरेन (ओडिशा), गंगा एस. कदम (महाराष्ट्र - उप कप्तान), काव्या एन. आर. (कर्नाटक), सुषमा पटेल (मध्य प्रदेश), दुर्गा येवले (मध्य प्रदेश)।