क्या दुर्गापुर गैंगरेप मामले में दोषियों को मिलेगी सख्त सजा?

सारांश
Key Takeaways
- दुर्गापुर में सामूहिक बलात्कार की घटना हुई।
- मंत्री बाबुल सुप्रियो ने सख्त सजा का आश्वासन दिया।
- विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाए हैं।
- पीड़िता की स्थिति गंभीर है।
- पुलिस पर भी आरोप लगाए गए हैं।
कोलकाता, 11 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले के दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज की द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार की एक चौंकाने वाली घटना उजागर हुई है। इस घटना ने संपूर्ण राज्य में भयानक हड़कंप मचाया है और कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
राज्य सरकार के मंत्री बाबुल सुप्रियो ने इस घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्षेत्र में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
सुप्रियो ने कहा, "जो भी इस जघन्य अपराध में दोषी पाए जाएंगे, उन्हें कठोर दंड दिया जाएगा, जैसा कि हाल के मामलों में हुआ है। आने वाले दिनों में और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।"
वहीं, विपक्षी दल के नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस घटना को लेकर ममता बनर्जी की सरकार पर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल में कोई भी बेटी-बहन सुरक्षित नहीं है। हाल की बलात्कार की घटनाएं इसकी पुष्टि करती हैं।"
सुवेंदु अधिकारी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अब पुलिस का कार्य केवल रिश्वत लेना और तृणमूल कांग्रेस के लिए वोट जुटाना रह गया है।
उन्होंने ममता बनर्जी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और बलात्कारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया।
सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अवैध घुसपैठ पर दिए बयान का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य में जनसांख्यिकीय परिवर्तन अवैध घुसपैठ के कारण हो रहा है।
उन्होंने दावा किया कि पहले बंगाल के केवल तीन जिलों में मुस्लिम जनसंख्या अधिक थी, लेकिन अब यह संख्या नौ जिलों तक पहुंच गई है।
पश्चिम बंगाल महिला आयोग की सदस्य अर्चना मजूमदार ने पीड़िता से मुलाकात के बाद बताया कि छात्रा की स्थिति स्थिर है, लेकिन उसे भारी रक्तस्राव हुआ है और वह मानसिक रूप से गहरे सदमे में है।
मजूमदार ने कहा, "लड़की की मानसिक स्थिति इतनी खराब है कि उससे बात करना मुश्किल हो रहा है। उसे तत्काल चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक सहायता की आवश्यकता है।"